जयपुर। हरियाणा के गुडगांव के मोस्ट वांटेड अपराधी नंदू और उसके साथियों को पुलिस ने शनिवार तडक़े धर दबोचा। नंदू और उसके साथियों के पकड़े जाने के बाद उनका पीछा कर रही गुडगांव क्राइम ब्रांच पुलिस के साथ ही प्रदेश की पुलिस ने भी राहत की सांस ली।
दिन भर बदमाशों को पीछा करने और उनके गच्चा देकर भाग निकलने के बाद पुलिस ने शनिवार तडक़े करीब तीन बजे मुहाना इलाके से पांचों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। बदमाशों को पकडऩे के लिए राजधानी के प्रत्येक एंट्री और एक्जिट पाइंट पर जबरदस्त नाके बंदी की गई थी। पुलिस को बदमाशों से दो पिस्टल और पांच लाख से अधिक नकदी भी मिली है। जिस कार में ये बदमाश आए थे वह भी बरामद हो गई है।
पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे गुडगांव क्राइम ब्रांच पुलिस ने जयपुर पुलिस को हरियाणा के ईनामी बदमाश कपिल सांगवान उर्फ नंदू और उसके साथियों के साथ मुठभेड़ की सूचना दी। मुठभेड़ की कार्रवाई पूरी तरह फिल्मी स्टाइल में हुई।
बदमाशों को पकडऩे के लिए पुलिस कई किलोमीटर पर पीछा करती रही लेकिन एक कच्चे रास्ते में जाकर बदमाशों की कार ओझल हो गई। इससे पहले भांकरोटा चौराहे पर बदमाशों ओर गुडग़ांव पुलिस के बीच जमकर फायरिंग हुई।
पुलिस ने कार पर दस राउंड फायर किए। बदमाशों ने भी पलट कर पुलिस पर ताबड़-तोड़ फायरिंग की। पुलिस ने बदमाशों का आठ किमी तक पीछा किया लेकिन वे उस वक्त भाग निकलने में कामयाब हो गए।
गोलियों की आवाज सुन कर इलाके के लोग दहशत में आ गए। जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे। भांकरोटा चोराहे पर गोलियों से बचने के लिए दुकानदार दुकानें बंद कर भाग गए। गुडग़ांव पुलिस के एसआई सतीश ने बताया कि बहरोड़ में पकड़े दो युवकों ने नंदू की जयपुर में लोकेशन बताई थी।
शुक्रवार सुबह टीम जयपुर आई। दोपहर में जयसिंहपुरा से टीम भांकरोटा चौराहा पर जा रही थी, तभी दिल्ली नम्बर की कार दिखी। कार को पुलिस ने भांकरोटा चौराहे पर रोक लिया।
पुलिसकर्मियों को कार में नंदू बैठा दिखा। नंदू के खिलाफ दिल्ली में चार-पांच हत्या के मुकदमे दर्ज हैं। उसने अपनी बहन के परिवार के सदस्य, जो दिल्ली पुलिस में हेडकांस्टेबल हैं, की पत्नी और बेटे की हत्या कर दी थी।