सबगुरु न्युज- सिरोही। गोयली रोड पर हवाइ पट्टी के निकट रफतार का अंजाम सोमवार दोपहर को देखने को मिला। तेज रफतार मोटरसाइकिलें इस कदर टकराईं कि दोनों पर सवार युवकों को जबरदस्त चोट आई।
दोनों ही युवकों के सिर पर गंभीर चोट थी, जिससे दोनों को ट्रोमा सेंटर में प्राथमिक उपचार के बाद रेफर किया गया। वैसे यह मामला न्यूरो सर्जरी का था, लेकिन इस बात का पहले ही कयास लगाया जा रहा था कि स्थायी चिकित्सक की नियुक्ति के बिना शुरू किया गया ट्रोमा सेंटर रेफरल सेंटर ज्यादा बनेगा।
जानकारी के अनुसार मनादर निवासी तेजसिंह और झांकर निवासी देशबंधु मोटरसाइकिलो पर सवार होकर विपरीत दिशा में जा रहे थे। गोयली रोड पर दोनों की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों ही गंभीर रूप से घायल हुए, दोनों युवकों को वहां खडे स्थानीय युवाओं ने ट्रोमा सेंटर पहुंचवाया। यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति के कारण अन्यत्र रेफर किया गया।
उपचार हुआ, अव्यवस्थाएं आई
ट्रोमा सेंटर में चिकित्सकों ने इन दोनों युवकों को प्राथमिक उपचार तो किया, लेकिन इनके पहुंचते ही यहां पर अव्यवस्थाएं भी दिखी। हालत यह थी कि बेंडेज रूम में ना तो खून को रोकने के लिए रूई थी और न ही पलास्टर चढाने के लिए पट्टा। रूई खतम हो गई तो दूसरी बिल्डिंग से लाई गई। खैर जैसे तैसे इन अव्यस्थाओं के बीच युवकों को प्राथमिक उपचार के बाद रैफर किया गया।
एक्स रे रूम पर भी ताला
एक्स रे की भी व्यवस्था नहीं थी ट्रोमा सेंटर में। यहां पर बने एक्सरे रूम पर ताले पडे हुए हैं। ट्रोमा सेंटर, आइ्रसीयू और बर्न यूनिट के साथ इसका उद्घाटन 23 जनवरी को राज्य के चिकित्सा मंत्री ने इस दावे के साथ किया था कि अब यह बंद नहीं होगा। ऐसा नहीं है कि यहां पर अतिरिक्त एक्सरे मशीन नहीं है, लेकिन इसे चलाने के लिए टेक्नीशियन और रिपोर्ट एनालिसिस के लिए रेडियोलाॅजिस्ट नहीं है।