आबूरोड। रेलवे में निधि की कमी के बावजूद मंडल रेल प्रबंधक नरेश सालेचा कार्य ग्रहण करने के दिन से अजमेर मंडल पर यात्री सुविधाओं के विकास करने में उत्साहित रहे हैं। इसके लिए उन्होने रेलवे से इतर स्त्रोतों विभिन्न कॉरपोरेटों से सामाजिक दायित्व के तहत,एमपी फंड व एमएलए फंड, एनजीओ, ट्रस्टों, व्यक्तिश आदि को प्रोत्साहित किया। उदेश्य की पूर्ति के लिए निधि जुटाने का कार्य किया है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ जनसम्पर्क निरीक्षक के अनुसार सामाजिक सहभागिता कार्यक्रम (सीएसआर) के अंतर्गत शनिवार शाम चार बजे मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में रेलवे व प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के बीच आबूरोड रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं में विस्तार के लिए करार (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
मंडल रेल प्रबंधक सालेचा व सब जोन इंचार्ज बीके. शान्ता बहन की मौजूदगी में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक जसराम मीणा व बीके की ओर से बीके रमेश शाह द्वारा हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर रेलवे के वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक आरएल खंडेलवाल व बीके सोमशेखर, अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
-मिलेंगी सुविधाएं
मुख्यालय की स्वीकृति के बाद तैयार किए गए करार के तहत रेलवे द्वारा बीके द्वारा वेंटिग रूम की एयर कूलिंग, प्लेटफार्म तीन पर डिसप्ले बोर्ड, 12 कम्यूटिकृत चार्ट डिस्पले, 32 सीसीटीवी कैमरे, सभी प्लेटफार्म पर जन उद्घोषणा प्रणाली, वर्टिकल गार्डन, पूरे स्टेशन पर आरओ वाटर, 200 स्टील बैंच, 500 डस्टबीन, प्रति माह मेडिटेशन कैम्प व प्रशिक्षण का आयोजन, बस व ट्रकों द्वारा यात्रियों को लेने व छोडने की व्यवस्था का विकास, स्टेशन पर सफाई की व्यवस्था, स्टेशन भवन व सर्कु लेटिंग एरिया में पेंटिग व कलर जैसी सुविधाएं शामिल है। इन कार्यों की अनुमानित लागत 5-6 करोड़ रुपए होगी। इस करार की अवधि पांच वर्ष निधारित की गई है। इस करार के क्रियान्वयन के फलस्वरूप आबूरोड रेलवे स्टेशन व स्टेशन परिसर में यात्री सुविधाओं का अत्यधिक विकास होगा।
इन्होंने कहा….
यह करार (एमओयू) को एक प्रकार से ब्रह्माकुमारीज द्वारा आबूरोड रेलवे स्टेशन को गोद लेने जैसा आभास देता है। इस प्रकार यह करार (एमओयू) आबूरोड रेलवे स्टेशन पर रेल यात्री सुविधाओं में विस्तार के क्षेत्र में मिल का पत्थर साबित होगा ।
-नरेश सालेचा, मंडल रेल प्रबंधक, अजमेर।