सबगुरु न्यूज़(परीक्षित मिश्रा)-माउंट आबू। माउंट आबू में 29 अक्टूबर से सबकुछ महँगा कर दिया गया है। भाजपा सरकार और माउंट आबू बोर्ड ने माउंट आबू वासियों को इस दिवाली पर ये तोहफा दिया है। वहाँ बिकने के लिए परिवहन वाहन पर लाद के आने वाला हर माल महँगा होगा, इतना ही नहीं रोडवेज बस में आने वाले माउंट आबू के स्थानीय निवासियों से भी पर्यटकों की तरह अतिरिक्त के पैसे रोडवेज को अदा करना पड़ सकता है। ये व्यवस्था वर्तमान बोर्ड के द्वारा यात्री कर के स्थान पर वहाँ पर वाहन कर लागू करके कर दी गयी है। महँगाई की मार झेल रहे लोगों पर वर्तमान बोर्ड ने ये मार डाली है।
वैसे पालिकाध्यक्ष इसे दिवाली के लिए अस्थायी व्यवस्था बता रहे हैं। लेकिन पार्षद सुनील आचार्य ने सबगुरु न्यूज़ को बताया कि हम लोगों ने ये प्रस्ताव लिया है। ऐसे में माउंट आबू के स्थानीय लोगों रोडवेज बस में पर्यटकों की तरह ही अतिरिक्त चार्जदेना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिया गजट नोटिफ़िकेशन जारी करवा दिया है।
-बे-‘कार’ लोगों पर अतिरिक्त मार
वर्तमान बोर्ड के पार्षदों ने उन लोगों पर मेहरबानी के दी है जिनके पास अपनी कार या परिवहन वहाँ है। इसके अलावा मांउट आबू में बिना कार वाले हर एक व्यक्ति पर महँगाई की अतिरिक्त मार वर्तमान पार्षदों ने डाल दी है। आबू के स्थानीय निवासी यदि रोडवेज की बस में आएँगे तो उनसे टिकट में ही इस अतिरिक्त राशि की वसूल ली जाएगी। इसके अलावा माउंट आबू के स्थानीय निवासी के अलावा किसी बाहरी मालवाहक वाहन से कोई भी सामग्री यहाँ आएगी तो उस पर अतिरिक्त कर लगेगा। इससे व्यापारी माउंट आबू नगर पालिका की ओर से लागू की गयी इसे अतिरिक्त व्यवस्था से पड़ने वाले आर्थिक भार की वसूली स्थानीय लोगों से करेगा। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि बिजली की दरें बढ़ाने और महंगाई को लेकर जो कांग्रेस भाजपा को घेर रही है उसी ने जाने अनजाने भाजपा सरकार और भाजपा बोर्ड के इस निर्णय का समर्थन किया। और कथित रूप से स्वयं को माउंट आबू वासियों का समर्थक बताने वाले पार्षद को तो इस निर्णय में कोई खामी ही नहीं दिख रही।
-यात्री कर चोरी होने की दलील
नेता प्रतिपक्ष नारायण सिंह ने बताया कि पिछली बोर्ड बैठक में ये प्रस्ताव आयुक्त ने रखा था। इसमें उन्होंने दलील दी थी कि माउंट आबू यात्री कर नाके पर कर की चोरी होती है इसलिए वाहन कर लगाया जाए। इससे यात्री कर देने में कर लेने के लिए जो क़तार लगती है, वो भी नहीं लगेगी। इस दलील से वर्तमान बोर्ड के सभी पार्षद सहमत हो गए और स्थानीय लोगों हितों को दरकिनार करते हुए इस पर सहमति जता गए।
-उठ रहे हैं ये सवाल
अब ये सवाल उठने लगा है कि क्या अब से पहले माउंट आबू में पेट्रोल, सब्ज़ी, किराना और अन्य खाद्य व दैनिक उपभोग की वस्तुएँ लाने वाले वाहनों के चालक यात्री कर देते थे। देते थे तो क्या उनसे एक यात्री के लिए क्या नगर पालिका 200 या इससे ज़्यादा रुपए लेती थी। यदि नहीं तो परिवहन वाहनों पर ये वाहन कर लगाने का औचित्य क्या था। इसी तरह रोडवेज बस पर यात्री कर की बजाय वाहन कर लगाने से स्थानीय कमज़ोर वर्ग के नागरिकों को होने वाले नुक़सान से भी क्या ये भाजपा बोर्ड और सभी पार्षद अनजान था।
-ये होंगी वाहन कर की दरें
माउंट आबू यात्री कर नाके पर से यात्री कर हटा कर वाहन कर वसूलने की व्यवस्था 29 अक्टूबर से दीपावली के तोहफ़े के रूप में शुरू कर दी गयी है। यहाँ के यात्री कर नाके पर लगे बेनर के अनुसार ये दरें होंगी।
35 सीटर या अधिक यात्री की बस-500 ₹
25 सीटर बस -400 ₹
टेम्पो ट्रेवलर-300 ₹
हल्का मोटर वाहन, 5 सीटर से अधिक-200₹
हल्का मोटर वाहन 5 सीटर-100₹
ट्रक/टेंकर-500 ₹
मिनी ट्रक-300 ₹
हल्का भार वाहन- 200 ₹
ट्रैक्टर- 100 ₹
रोडवेज बस- 100 ₹
लोकल टैक्सी- 50 ₹
थ्री व्हीलर- 50 ₹
2 व्हीलर – 20 ₹
इनका कहना है…
यात्री कर नाके पर यात्री कर लेने के दौरान काफी वाहनों का जाम लग जाता था। इसलिए ये व्यवस्था शुरू की है।
सुरेश थिंगर
पालिकाध्यक्ष, माउंट आबू।
हाँ, हमने यात्री कर की जगह वाहन कर देने के लिए सहमति जताई है। रोडवेज में आने पर स्थानीय लोगों के टिकट पर रोडवेज अतिरिक्त चार्ज लेती है तो स्थानीय लोगों को वो देना होगा। स्थानीय मालवाहक और निजी यात्री वाहनों को मुक्त कर दिया है। बाहरी मालवाहक वहां से माल लाने और टैक्सी से आने पर भी वाहन टैक्स वसूलने पर हमने सहमति दी है।
सुनील आचार्य
पार्षद।
रोडवेज से स्थानीय यात्री आएंगे तो रोडवेज उनसे इसकी वसूली तो करेगी। वैसे रोडवेज से 100 ₹ ही ले रहे हैं। फिर भी इस मुद्दे पर अन्य पार्षद से बात करेंगे।
दिलीप टांक
पार्षद।
मैंने रोडवेज और मालवाहक वाहनों से वहां टैक्स नहीं वसूलने का प्रस्ताव रखा था। यदि इन दोनों से ही टैक्स वसूला जाएगा तो आगे कारर्वाई करेंगे। इससे स्थानिय लोगों के लिये यात्रा और माल की दरें अधिक हो जाएगी। एक अन्य पार्षद ने तो टैक्सी से टैक्स नहीं वसूलेने का प्रस्ताव रखा था।
नारायणसिंह
नेता प्रतिपक्ष, नगर पालिका माउंट आबू।