मजार-ए-शरीफ। एक सैन्य अड्डे पर तालिबान हमले में कम से कम 100 सैनिकों के मारे जाने या घायल होने के बाद अफगान परिवारों ने अपने मृत परिजन के शव दफनाए और देश ने राष्ट्रीय शोक मनाया। इस मातम में मंत्रियों और सेना प्रमुखों से इस्तीफे भी मांगे गए।
उत्तरी प्रांत बाल्ख में शुक्रवार को हुए हमले में मारे गए लोगों की सही-सही संख्या अब तक स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन कुछ स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या करीब 130 रही।
किसी सैन्य अड्डे पर तालिबान की ओर से किया गया यह अब तक का सबसे बड़ा हमला था। यह हमला उन्हें सत्ता से बेदखल किए जाने के करीब 15 साल बाद उनकी बढ़ती ताकत का संकेत करता है।
पूरे अफगानिस्तान में झंडों को आधा झुका कर रखा गया और मृतकों की याद में विशेष प्रार्थनाएं की गईं। रक्षा मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस हमले में कम से कम 100 सैनिक मारे गए या जख्मी हो गए।
प्रांतीय परिषद के प्रमुख मोहम्मद इब्राहिम खैरंदिश सहित कई स्थानीय अधिकारियों ने मृतकों की संख्या 130 के करीब बताई और कहा कि 60 लोग जख्मी हुए। बीते शुक्रवार को आत्मघाती हमलावरों ने सैनिकों की वर्दी पहनकर सैन्य अड्डे पर हमला कर दिया था।