सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिला परिषद् की साधारण सभा में शुक्रवार को कांग्रेस की और से नर्मदा का पानी लाने के चुनावी वायदे का जवाब माँगा तो वे लाजवाब हो गए। चुनाव में किये गए वायदों के पूरे नहीं होने और जनता को आधारभूत सुविधाओं के लिए भी परेशान होने को लेकर कांग्रेस के जनप्रतिनिधि संसद को घेरे रहे।
जिला परिषद की साधारण बैठक जिला प्रमुख पायल परसरम्पुरिया की अध्यक्षता में शुरू हुई। इस बैठक में कुछ देर बाद सांसद देवजी पटेल भी पहुंचे। उनके आने पर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता और जिला परिषद सदस्य रंजू रामावत ने सांसद से नर्मदा का पानी सिरोही लाने के चुनावी वायदे के बारे नें जानकारी मांगी।
इस और सांसद इस मामले को भटकते हुए जिले में पेयजल समस्या के निराकरण के किये जाने वाले प्रयास गिनाने लगे,लेकिन नर्मदा का पानी यहाँ लाने को लेकर वह स्पष्ट जवाब देने से बचते दिखे। इस पर रामावत ने उन्हें घेरते हुए कहा कि भाजपा किसी चुनावी वायदे और खरी नहीं उतार पायी है।
पहले भाजपा ने नर्मदा का पानी सिरोही में लाने की बात कही और अब बत्तीस नाला को लेकर भी स्पष्ट स्थिति नहीं बता रहे हैं। उन्होंने जिला चिकितले की बदहाली की बात भी उन्हें कही। उन्होंने चिकित्सा, पेयजल और कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी को घेरा। कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों ने जिला परिसगड़ में हुई पूर्व की बैठकों में लिए गए प्रस्तावों के निराकरण को लीकेज संजीदगी नहीं होने को लेकर भी प्रशासन को आड़े हाथों लिया।
निर्बंध योजना की राशि जल स्वावलंबन में नही देने का भी प्रस्ताव
साधारण सभा की बैठक में कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों राज्य सरकार की और से निर्बंध योजना की राशि को जल स्वावलंबन योजना में दिए जाने पर विरोध जताया। उन्होंने कहा कि ये गर संवैधानिक है। इस राशि का इस्तेमाल ग्राम पंचायतों की अनुमति के बिना नहीं लिया जा सकता। सदस्यों ने निर्बंध योजना की राशि का इस्तेमाल जल स्वावलंबन के लिए नहीं लिए जाने का प्रस्ताव रखा।
जिला प्रमुख ने कहा कि जनप्रतिनिधियों का सम्मान करें
जिला प्रमुख श्रीमती पायल परसरामपुरिया ने कहा कि जन प्रतिनिधियों का समान करते हुए उनकी समस्याओं को सुन कर प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करे।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों के पास आने वाले जन प्रतिनिधियों की समस्याओं को सुन कर अधिकारी सकारात्मक सहयोग कर निस्तारित करें ताकि गांवों का विकास अधिकधिक हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि गांवों में कराये जाने वाले विकास कार्यो में जन प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित हों, ऐसी व्यवस्थाएं कायम करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि गांवों के विकास कार्यो की सूचना जन प्रतिनिधियों को आवश्यक रूप हों क्योंकि जन प्रतिनिधि अपने क्षेत्रों से जुडे होते है और उन्हें उस क्षेत्र की पूरी जानकारी होने से कार्यो में पारदर्शिता भी बनी रहती है और गांव का विकास सही ढग से होता है।
उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधि भी विकास कार्यो में अपनी पूरी भागीदारी निभाएं हुए सहयोग के साथ मॉनेटरिंग भी करे। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक होने से पूर्व ही छोटे -मोटे मुद्दों को सुलझा लिया जाए ताकि बैठक की कार्यवाही सुचारू रूप से चल सके।
उन्होंने निर्देश दिए कि मनरेगा के तहत किये जाने वाले कार्यो में अधिक से अधिक कन्वर्जन के कार्यो को किया जाए ताकि इसकी राशि का उपयोग होने के साथ ही गांव का विकास भी लक्षित हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आरोग्य राजस्थान एवं भामाशाह स्वास्थ्य बीमा कार्ड के शिविर लगाकर अधिकधिक लोगों को जानकारी देकर लाभांवित किया जाए।
उन्होंंने कहा कि मुयमंत्री जल स्वावलबन अभियान महत्वपूर्ण अभियान है, जिसमें जिले का पानी जिले में ही रहे और वर्षा के समय व्यर्थ बह जाने वाला पानी सुरक्षित हो जिससे निश्चित रूप से जल स्तर बढेगा तथा पेयजल समस्या का समाधान होगा इसके लिए अधिक से अधिक जन प्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार कर आम जन को जागरूक करें।
जिला प्रमुख ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए अभी से कन्टीजेंसी प्लान बना लिया जाए ताकि ग्रीष्म ऋतु में पेयजल की किल्लत से निपटा जा सके और आम जन को पेयजल मुहैया कराया जा सके। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि ग्राीष्म ऋतु को देखते हुए हैण्डपप मिस्त्रों को प्रशिक्षण देकर तैयार रखें।
सांसद देवजी एम पटेल ने कहा कि अधिकारी व जन प्रतिनिधयों में समन्वय होना आवश्यक है तथा अधिकारीगण स्थानीय समस्याओं को पहले ही देख ले ताकि समस्या उत्पन्न नहीं हो और उसका समाधान भी हो सके। उन्होंने कहा कि अच्छे काम करने वालों का समान करें तथा जन प्रतिनिधि भी अपनी समस्याओ को लिखित मे