भोपाल। राजधानी के समीप आष्टा में एक बस ड्राइवर ने अटैक आने के बाद भी सूझबूझ दिखाते हुए न केवल बस पर अपना कंट्रोल बनाए रखा बल्कि उसे सुरक्षित सड़क किनारे खड़ा करते हुए बस में सवार 42 यात्रियों की जिन्दगी भी बचा ली। हालांकि अस्पताल ले जाते समय ड्राइवर की मौत हो गई।
जानकारी अनुसार रविवार शाम सात बजे अशोका राय ट्रैवल्स की बस इंदौर से सागर के लिए रवाना हुई थी। देर रात आष्टा से करीब नौ किलोमीटर दूर हाइवे पर बस जब कोठरी कस्बे के पास पहुंची तो अचानक बस के चालक बाबूलाल (46) की तबीयत बिगडऩे लगी।
सीने में दर्द होने पर बाबूलाल को हार्ट अटैक का अंदेशा हुआ और उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए तेज गति से दौड़ रही बस की रफ्तार को कम करते हुए सड़क किनारे रोक दिया।
अचानक बस के रूकने से यात्री घबरा गए। पूछने पर चालक ने बताया कि उसकी तबीयत खराब हो रही है। बस में सवार यात्रियों ने तुरंत 108 एंबुलेंस की सहायता से उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया। यहां पर डॉक्टरों ने जांच उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया।