भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार राज्य के विकास में जी-जान से जुटी हुई है। इसी का परिणाम है कि राज्य लगातार तरक्की कर रहा है। प्रदेश के विकास के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों के कार्यों को भी राज्य सरकार द्वारा बखूबी अंजाम दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के प्रयासों के फलस्वरूप प्रदेश में कृषि को लाभ का धंधा बनाया गया है, जिसके चलते प्रदेश में बंपर उत्पादन होने लगा है और कृषि विकास दर बीते तीन वर्षों से देशभर में अव्वल है। इसीलिए लगातार तीन साल से मध्यप्रदेश को कृषि कर्मण अवार्ड से नवाजा गया है। इसके अलावा भी मध्यप्रदेश ने विकास की नई इबारत लिखते हुए कई क्षेत्रों में अवार्ड जीते हैं। अब एक ओर अवार्ड मध्यप्रदेश के नाम होने जा रहा है।
दरअसल, मध्यप्रदेश को ई-गवर्नेंस के लिए सी.एस. आई निहिलेंट अवार्ड 2013-14 से नवाजा जाएगा। ‘‘अवार्ड फॉर सस्टेंड एक्सीलेंस इन ई-गवर्नेंस’’ के लिए मध्यप्रदेश का चयन स्टेट कैटेगरी में किया गया है। हैदराबाद कुकटपल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू ऑडिटोरियम में आज 13 दिसम्बर, शनिवार को कंप्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया के 49 वें वार्षिक समारोह के मौके पर यह अवार्ड मध्यप्रदेश को प्रदान किया जायेगा। आंधप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चन्द्रबाबू नायडू समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश को जनहित में ई- गवर्नेंस के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य एवं उपलब्धियों, नवाचार एवं अभिनव पहल के लिए यह प्रतिष्ठित अवार्ड दिया जा रहा है। ज्ञात रहे कि मध्यप्रदेश को आई.टी. तथा ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में कई राष्ट्रीय अवार्ड मिले हैं। स्काच स्मार्ट गवर्नेंस अवार्ड 2013, सीएसआई अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन आई.टी. फॉर कॉम्पलेक्स 2013, सीएसआई निहिलेंट अवार्ड-2009 से 2013 तक लगातार, वेब रत्न अवार्ड, 2009-10, ई-गवर्नेंस के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार 2009-10, छ।ैैब्व्ड सीएनबीसी टीवी 18 अवार्ड 2009, मंथन अवार्ड-दक्षिण एशिया 2009, डीएआरपीजी और सिल्वर आइकन अवार्ड 2008 शामिल हैं।