भोपाल। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं फर्जीवाड़े मामले की जांच जब से सीबीआई को सौंपी गई है, उसकी जांच पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं, क्योंकि लम्बे समय के बाद भी उसे खास सफलता हाथ नहीं लगी है।
बताया जा रहा है कि अब वह इस घोटाले से जुड़े चार मौतों के मामले में सुप्रीम कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट पेश करने जा रही है और इसके लिए 8 अप्रेल की तारीख तय हो गई है।
जानकारी के मताबिक सीबीआई द्वारा व्यापमं घोटाले की अब तक जो छानबीन की गई है और उसमें उसे जो भी सुराग हाथ लगे हैं, उसकी जांच रिपोर्ट उसने अपने दिल्ली मुख्यालय को सौंप दी है। इसी रिपोर्ट के आधार पर आठ अप्रेल को सीबीआई इस मामले से जुड़े चार लोगों की मौत की क्लोजर रिपोर्ट के साथ-साथ अब तक की जांच की स्टेटस रिपोर्ट पेश करेगी।
बताया जा रहा है कि इस स्टेटस रिपोर्ट में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के दो दर्जन मामलों के साथ-साथ नम्रता डामोर की हत्या की जांच का ब्यौरा भी शामिल किया गया है। अब तक की जांच के बाद सीबीआई ने चार संदिग्ध मौत के मामले में क्लोजर रिपोर्ट लगाने की तैयारी की है।
दरअसल, सीबीआई मुख्यालय ने कुछ दिन पहले ही व्यापमं मामले की जांच रिपोर्ट यहां छानबीन कर रहे अधिकारियों से मांगी थी। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने भी मुख्यालय से मामले की जांच के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने को कहा था।
इसके बाद सीबीआई ने जांच में तेजी लाते हुए मामले के छानबीन की गई और अभी तक जो मसाला हाथ लगा है, उसके आधार पर स्टेटस रिपोर्ट तैयार है, जिसे आठ अप्रेल को सुप्रीम कोर्ट में पेश की जाएगी।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद क्लोजर रिपोर्ट लगेन से जांच में कुछ मामले कम हो जाएंगे और इसके बाद सीबीआई केवल उन्हीं चुनिंदा मामलों पर फोकस करेगी, जिनमें उसे ज्यादा सफलता हाथ नहीं लग पाई है।
ऐसा ही एक मामला नम्रता डामोर की हत्या का है। इस प्रकरण में केरल की फुटबाल टीम से पूछताछ करने के लिए एक जांच दल को जल्द ही वहां भेजा जाएगा।
बता दें कि नर्मदा एक्सप्रेस से जबलपुर जा रही नम्रता की 7 जनवरी 2012 को ट्रेन से गिरकर मौत हो गई थी, उसका शव उज्जैन जिले के शिवपुरा-भेरूपुर रेलवे ट्रेक पर मिला था। नम्रता की बोगी में केरल फुटबाल टीम के खिलाड़ी भी यात्रा कर रहे थे।
इधर, सीबीआई सूत्रों का कहना है कि संदिग्ध मौत के चार मामलों में जांच एजेंसी को उल्लेखनीय साक्ष्य नहीं मिले, इसलिए क्लोजर रिपोर्ट पेश करने की तैयारी है। इनमें महेंद्र सिकरवार ग्वालियर, जितेंद्र यादव ओरछा, राहुल सोलंकी भोपाल एवं झांसी निवासी रिंकू शर्मा की मौत के मामले हैं।
कुछ और मामलों में अभी निर्णय होना है। सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पेश होने के बाद सीबीआई व्यापमं मामले को अलग तरह से डील करेगी, क्योंकि इसके बाद उस पर से प्रेशर कम हो जाएगा।