रांची। कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धौनी के जीवन पर बनी बायोपिक एमएस धौनी द अनटोल्ड स्टोरी शुक्रवार को राजधानी के पांचों सिनेमाघरों में एकसाथ रीलिज हुई।
फिल्म को पहले ही दिन बंपर ओपनिंग मिली। फिल्म इसके अलावा देशभर के 3000 से ज्यादा सिनेमाघरों में भी शुक्रवार को रीलिज की गई। राजधानी में फिल्म को दर्शकों का अच्छा रिस्पांस मिला।
फिल्म देखने के लिए जेवीएम श्यामली स्कूल के छात्र खासे उत्साहित दिखे। अकेले इसी स्कूल की ओर से लगभग दो हजार टिकट बुक कराए गए थे। इसके अलावा झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स और कई संगठनों ने भी फिल्म के लिए बड़ी संख्या में टिकट बुक कराए थे।
शहर के एक बड़े मल्टीप्लेक्स में फिल्म सुबह आठ बजे से ही शुरु हो गई। फिल्म देखने के लिए समाज के हर वर्ग के लोग सिनेमाघरों में जमा थे। हालांकि इनमें युवा वर्ग के लोगों की संख्या ज्यादा थी।
हर कोई फिल्म देखकर धौनी के गोलकीपर से इंडियन टीम के कैप्टन कूल बनने तक के सफर को जानना चाहता था। फिल्म ने दर्शकों को निराश नहीं किया। फिल्म की सफलता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि किसी नन सुपरस्टार की फिल्म 3000 से अधिक स्क्रीन पर एक साथ दिखाई जा रही है।
फिल्म तमिल, तेलुगु और मराठी भाषाओं में भी डब करके दिखायी जा रही है। देशभर के सिनेमाघरों में फिल्म को देखने के लिए दर्शक उत्साहित दिखे। तीन घंटे दस मिनट की इस फिल्म को आलोचकों की भी प्रशंसा मिली है।
फिल्म में धौनी का किरदार सुशांत सिंह राजपूत ने निभाया है। वहीं धौनी के पिता की भूमिका अभिनेता अनुपम खेर ने निभाई है। फिल्म में कियारा आडवाणी, दिशा पाटनी और राजेश शर्मा ने भी भूमिकाएं निभाई हैं।
फिल्म में कोई खलनायक नहीं है। फिल्म के निर्देशक नीरज पांडेय ने धौनी की रांची में बिताई गई जिंदगी को बखूबी फिल्म में गूंथा है।फर्स्ट हाफ में फिल्म की गति ठीक है लेकिन मध्यांतर के बाद फिल्म स्लो मोशन का शिकार बन जाती है। इन सबके बावजूद फिल्म दर्शकों को धौनी-धौनी चिल्लाने पर शुक्रवार को विवश करती रही।
गौरतलब है कि फिल्म की शूटिंग रांची के कई लोकेशनों पर की गई है। 25 सितम्बर को धौनी और सुशांत सिंह राजपूत ने फिल्म का प्रमोशन किया था। फिल्म में नीरज पांडेय ने धौनी के जीवन की हर छोटी-बड़ी डिटेल को खूबसूरती से फिल्माया है।
फिल्म में अस्पताल का वह मैटरनिटी वार्ड जहां धौनी का जन्म हुआ। मेकॉन का वह क्वार्टर जहां धौनी ने अपना बचपन गुजारा और खड़गपुर का वह रेलवे स्टेशन भी दिखाया है जहां बतौर टिकट कलक्टर धौनी ने काम किया। फिल्म के प्रोडक्शन डिजाइनर सुनील बबलू ने धौनी के जीवन से जुड़ी हर छोटी बात को तवज्जो देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।