मुंबई। बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा एसटी कर्मचारियों की हड़ताल को अवैध बताने के बाद शुक्रवार की रात एसटी कर्मचारियों के संगठन ने बैठक करके हड़ताल को समाप्त करने का निर्णय लिया और शनिवार की सुबह से एसटी बसें सड़कों पर दौड़ने लगी हैं।
सोमवार की रात से ही एसटी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए थे। इसके बाद मुंबई उच्च न्यायालय ने एसटी कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर सरकार को कड़ी फटकार लगाई और हड़ताल को अवैध घोषित कर दिया।
इसके बाद एसटी कर्मचारियों के संगठन ने शुक्रवार की रात को बैठक लेकर हड़ताल को लेकर चर्चा की और शनिवार की सुबह से ही सड़कों पर एसटी बसों को दौड़ाने का निर्णय लिया।
इसके चलते शनिवार की सुबह से एसटी बसों ने सड़कों पर दौड़ना शुरू कर दिया है। सांगली एसटी डिपो से पहली बस सुबह पांच बजे निकली तो मुंबई सेंट्रल से पहली बस 6.30 बजे निकली है।
दीपावली के समय पर एसटी कर्मचारी सोमवार की रात को हड़ताल पर चले गए थे और शुक्रवार को मुंबई उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद शनिवार की सुबह से एसटी बसें सड़कों पर दौड़ने लगी हैं।
हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि आगामी सोमवार तक सरकार उच्चाधिकार समिति की स्थापना करे और यह समिति 15 नवंबर तक अपनी प्राथमिक रिपोर्ट दे और अंतिम रिपोर्ट 21 दिसम्बर तक पेश करे। इसी के साथ 21 दिसम्बर तक एसटी कर्मचारियों की वेतनवृद्धि भी सुनिश्चित की जाए।