अजमेर। स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत स्वच्छता के क्षेत्रा में बेहतरीन कार्य करने वाले व्यक्तियों को मंगलवार को सूचना केन्द्र में आयोजित मुख्यमंत्री स्वच्छता सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया। साथ ही अभियान के अन्तर्गत निर्मित व्यक्तिगत शौचालयों की प्रोत्साहन राशि का आॅनलाइन भुगतान किया गया।
मुख्यमंत्री स्वच्छता सम्मान समारोह में जिला प्रमुख वंदना नोगिया ने कहा कि जिलेवासियों के सहयोग से जिला ग्रामीण क्षेत्रा में खुले में शौच से मुक्त हुआ है। ग्रामीणों के प्रयास को सरकार द्वारा समय-समय पर सराह गया है।
बेसलाइन सर्वे में शामिल होेने से वंचित ग्रामीणों द्वारा शौचालय निर्माण करने के उपरान्त भी अजमेर जिले में लगभग 40,000 पात्र परिवारों का शौचालय निर्माण हेतु देय प्रोत्साहन राशि का भुगतान अटका हुआ था। जिससे ग्रामीण जन परेशान थे। जिले की यह समस्या जब मुख्यमंत्री राजे की जानकारी में आई तो उन्होंने स्वयं रूचि लेकर केन्द्र सरकार में उच्च स्तर पर विशेष प्रयास किए।
मुख्यमंत्री के प्रयासों के कारण वंचित परिवारों को बेसलाइन सर्वे में जोड़ने की अनुमति भारत सरकार ने प्रदान कर दी है। इससे जिले के बेसलाइन सर्वे से वंचित परिवारों को लाभ होगा। उन्हें 12,000 प्रोत्साहन राशि प्रति लाभार्थी की दर से लगभग 50 करोड़ रूपए का लम्बे समय से बकाया भुगतान आॅनलाइन किया गया। इससे ग्रामीण क्षेत्र के गरीब परिवारों को योजना का लाभ प्राप्त हुआ।
किशनगढ़ विधायक भागीरथ चौधरी ने कहा कि देश तेजी से बदल रहा है। विश्व पटल पर भारत अग्रणी देशों में शामिल हो गया है। आने वाली सदी निश्चित तौर पर भारत की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आरम्भ किए गए स्वच्छता अभियान में अजमेर अग्रणी जिला है। जिले के ग्रामीणों ने शहरों से पहले खुले में शौच से मुक्त होकर सबके लिए प्रेरणा का काम किया है।
स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण एक दूसरे के पूरक है। जिला कलक्टर गौरव गोयल ने कहा कि अजमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों ने मिशन मोड में काम करके खुले में शौच से मुक्त होने का गौरव प्राप्त किया है। अजमेर जिले के शहरी क्षेत्र भी शीघ्र ही खुले में शौच से मुक्त हो जाएंगे। इससे अजमेर जिला देश के अन्य जिलों के रोल माॅडल बन पाएगा।
उन्होंने कहा कि मुण्डोती का विकास माॅडल गांव की तरह हुआ है। यहां के युवा क्लब ने स्वच्छता का शानदार माहौल तैयार किया है। सभी घरों में कचरा पात्र है। घर-घर से कचरा संग्रहित करके उसका खाद बनाने में उपयोग किया जाता है। अजमेर जिले के अन्य गांव भी इसी प्रकार स्वच्छता के क्षेत्रा में अपनी मिसाल कायम करेंगे।
इसी प्रकार महात्मा गांधी नरेगा के माध्यम से पक्की सड़कें बनाने की पहल को अन्य जिलों द्वारा भी अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत निर्मित व्यक्तिगत शौचालयों की प्रोत्साहन राशि बेसलाइन सर्वे में नाम नहीं होने वाले परिवारों को नहीं मिल पायी थी। उन्हें राशि दिलाने के लिए मुख्यमंत्राी द्वारा भारत सरकार से सम्पर्क किया गया।
भारत सरकार द्वारा भेजे गए दल ने जिले में विभिन्न स्थानों पर शौचालयों का भौतिक सत्यापन किया। इसके पश्चात सभी पात्रा व्यक्तियों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान स्वीकृत किया गया। समारोह में इन्टीग्रेटिड राज ई पंचायत पोर्टल के माध्यम से लाभान्वितों को आॅनलाइन सीधे लाभ हस्तांतरण किया गया।
कड़े ग्राम पंचायत के रविन्द्र कुमार टांक, ओम प्रकाश एवं धन्नाराम ने प्रोत्साहन राशि मिलने पर खुशी जाहिर की। आॅनलाइन भुगतान होते ही धन्नाराम के फोन पर बैंक का मैसेज राशि जमा होने के संबंध में आया। यह मैसेज अतिथियों द्वारा देखा गया। 12 हजार की राशि जमा होने से खाते का अन्तिम शेष के बारे में खुशी के साथ बताया।
मुख्यमंत्री स्वच्छता सम्मान समारोह में पीसांगन प्रधान दिलीप पचार, स्वच्छता प्रेरक नानूनाथ, कम्प्यूटर आॅपरेटर धर्मीचंद कुमावत, अरांई के स्वच्छता प्रेरक हरीमोहन कुड़ी, भिनाय के साक्षरता प्रेरक सुशीला सेन, जवाजा के कम्प्यूटर आॅपरेटर सुरेश कुमार बागड़ी, केकड़ी के वार्ड मेम्बर दुर्गालाल रेगर, किशनगढ़ के कम्प्यूटर आॅपरेटर जसवंत सिंह, नलू के सरपंच सुखवीर गुर्जर, मुण्डोती नवयुवक मण्डल के उपाध्यक्ष गोपाल डाबरिया एवं शोधार्थी हरीश चौधरी, तिलोनिया के कार्यक्रम अधिकारी काव्या रमण, वार्ड मेम्बर दुर्गा सिंह, मसूदा के ब्लाॅक समन्वयक मनोज कुमार शर्मा, डी.आर.जी कैलाश चौधरी, सरवाड़ के ग्राम रोजगार सहायक शिवराज रेगर, श्रीनगर के स्वच्छता प्रेरक मनोहर लाल एवं नेमीचंद, कम्प्यूटर आॅपरेटर सोनू रील, अजमेर के जिल समन्वयक दिनेश कुमार वर्मा तथा लेखाकार चन्द्रमोहन शर्मा को प्रशस्ति पत्रा प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मसूदा प्रधान नारायण सिंह रावत, सरवाड़ प्रधान किशनलाल बैरवा, जवाजा प्रधान गायत्राी रावत, भिनाय प्रधान अनु शर्मा, किशनगढ़ प्रधान हनुमान भादू, श्रीनगर प्रधान सुनिता रावत, पीसांगन प्रधान दिलीप पचार, सरपंच संघ अध्यक्ष महेन्द्र सिंह मझेवला, उप जिला प्रमुख टीकम चंद चौधरी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण गर्ग, प्रशिक्षु आईएएस टीना डाबी सहित जिले के समस्त विकास अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।