लखनऊ। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही विभिन्न नेताओं और अधिकारियों के उनसे मिलने का सिलसिला जारी है। इस बीच शुक्रवार को विपक्ष से जुड़े लोगों ने भी उनसे मुलाकात की।
इनमें समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव और उनके पति प्रतीक यादव तथा बहुजन समाज पार्टी के विधायक रामवीर उपाध्याय के आने पर सभी की निगाहें उनकी ओर लगी रहीं।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ अभी अपने सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग में शिफ्ट नहीं हुए हैं। वह वीवीआईपी गेस्ट हाउस में रहकर ही अपना काम कर रहे हैं। शुक्रवार सुबह मुलायम की छोटी बहू अपर्णा अपने पति प्रतीक के साथ गेस्ट पहुंची। इस मुलाकात का पहले से कोई कार्यक्रम तय नहीं था, लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री ने दोनों से मुलाकात की।
अपर्णा लखनऊ कैन्ट विधानसभा से सपा प्रत्याशी थीं, हालांकि उन्हें भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान में कैबिनेट मंत्री डॉ. रीता बहुगणा जोशी से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं इस मुलाकात के बाद अपर्णा ने इसके सियासी मायने निकालने से इनकार कर दिया। उन्होंने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया।
दरअसल मुलायम की दोनों बहुएं बड़े बेटे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी और सांसद डिम्पल यादव तथा छोटे बेटे प्रतीक की पत्नी अपर्णा यादव उत्तराखण्ड से ताल्लुक रखती हैं। वहीं आदित्यनाथ योगी भी संन्यास ग्रहण करने से पहले उत्तराखण्ड से थे। उनका नाम अजय सिंह बिष्ट था। इसलिए इस मुलाकात को उत्तराखण्ड से जुड़ा होने से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
वहीं इसके बाद बसपा विधायक रामवीर उपाध्याय भी सीएम आदित्यनाथ से मिलने पहुंचे। इस मुलाकात के बाद रामवीर उपाध्याय के भाजपा में शामिल होने की चर्चायें तेज हो गई हैं। रामवीर हाथरस के सिकंदराराऊ से बसपा विधायक हैं। हालांकि इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि उनके बेटे चिरागवीर उपाध्याय पर बीती 8 फरवरी को जानलेवा हमला हुआ था।
हमले के मामले में अभी तक दोषियों के सम्बन्ध में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। इस मामले में कार्रवाई के लिए मैं मुख्यमंत्री से मिलने आया था। इसके साथ ही पूर्व मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार रहे आलोक रंजन ने भी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से मुलाकात की।
सपा सरकार में आलोक रंजन बेहद प्रभावशाली भूमिका में थे। मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त होने के बाद अखिलेश यादव ने उन्हें अपना प्रमुख सलाहकार बना दिया था। बताया जा रहा है कि आलोक रंजन से यूपीएसआईडीएस से जुड़े कुछ प्रोजेक्ट पर अहम जानकारी ली गई।
नई सरकार ने पहले ही सपा सरकार से जुड़े प्रोजेक्ट की समीक्षा करने की बात कही है। इनमें गड़बड़ी मिलने पर सख्त कदम उठाये जायेंगे। हालांकि आलोक रंजन की ओर इसे शिष्टाचार भेंट बताया गया। इसके बाद आईजी इंटेलिजेंस आरके चतुर्वेदी ने भी वीवीआइपी गेस्ट हाउस में आकर सीएम से मुलाकात की।