मुंबई। कांग्रेस की मुंबई इकाई ने बुधवार को अभिनेता अमिताभ बच्चन से आगामी एक जुलाई से लागू होने वाले वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर काम करने से बचने के लिए कहा है।
मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली दोनों जानते हैं कि सरकार तैयार नहीं है और न ही जीएसटी को लागू करने के लिए बुनियादी संसाधन हैं, तब क्यों वे अमिताभ बच्चन जैसे दिग्गज का इस्तेमाल कर रहे हैं।
निरुपम ने कहा कि वह सुपरस्टार को बहुत सम्मान देते हैं और इस वजह से सरकार द्वारा जीएसटी के लिए इस्तेमाल किए जाने पर उन्हें सावधान करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि एक देश एक कर का विचार था, लेकिन जो लागू किया जा रहा है वह एक देश और चार कर है। भारतीयों को बेवकूफ क्यों बनाया जा रहा है? और एक आईकॉन और उनकी विश्वसनीयता का इस्तेमाल उन्हें मूर्ख बनाने में क्यों।
कुछ रिपोर्ट के अनुसार अमिताभ ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी कि उन्हें यह करने के लिए कहा गया और इस वजह से उन्होंने ऐसा किया। सरकार द्वारा जारी 40 सेकेंड के वीडियो में अमिताभ नई कर व्यवस्था प्रणाली के फायदे बता रहे हैं।