मुंबई। मुंबई से सटे ठाणे जिले के डोंबिवली की रहने वाली 12 वीं पास व्रुशाली बामाने ने महालक्ष्मी रोप वक्र्स में काम करते हुए अपने मालिक का विश्वास हासिल कर लिया। उसने लगातार कंपनी में सात साल तक काम किया।
2013 से उसने कंपनी के बैंक अकाउंट से गबन करना शुरू किया और तीन सालों में 16.32 करोड़ रुपए का गबन करके उन पैसों को अपने माता-पिता, पति, भाई बहन और रिश्तेदारों के अकाउंट में जमा करवाकर अचल संपत्ति बना ली। आजाद मैदान पुलिस ने उसे गबन के आरोप में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
आजाद मैदान पुलिस थाने से मिली जानकारी के अनुसार कंपनी द्वारा व्रुशाली बामाने को प्रतिमाह 18 हजार रुपए वेतन के रूप में मिलते थे। उसने बैंक अकाउंट से 16.32 करोड़ रुपए का गबन करने के बाद में उसने कराड, सतारा में ‘गोलेश्वर’ नाम से दो मंजिला आलीशान घर बनाया। पांच करोड़ के बंगले में सात बड़े, फुली फर्निश कमरे के साथ एक टैरेस पूल भी है।
इसके अलावा बामाने ने 3 प्लस अपार्टमेंट और दो मिड रेंज फ्लैट डोंबिवली में खरीदे। इनमें एक-एक फ्लैटों की कीमत 50-60 लाख रुपए थी। इसके अलावा इस ठगबाज महिला ने चार आलीशान कारों को खरीदा था। प्रत्येक कारों का एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर 3777 था, जिसे वह अपने लिए लकी मानती थी।
आजाद मैदान पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि हम किसी गुप्त जगह पर व्रुशाली द्वारा चोरी की गई बड़ी रकम को पाने की उम्मीद लगाए बैठे थे। मगर, हमें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि उसने इस पैसे से अपनी प्रॉपर्टी खड़ी कर ली थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उसके घर से 18 लाख का सोना और मंहगी घड़ी मिली है।
पुलिस ने गबन का मामला दर्ज करके ठग महिला को जहां गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश किया। वहीं न्यायालय ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अब देखना है कि पुलिस ठगबाज महिला की अचल संपत्ति को जप्त करने के लिए कौन सा कदम उठाती है।