सूरत। सूरत स्थित सचिन लाजपोर जेल के जेलर ने सोमवार सुबह जेल में बंद लिबायत क्षेत्र के हत्यारोपी युवक की लकड़ी के डंडे से पिटाई कर दी।
कोर्ट में पेशी के दौरान आरोपी ने न्यायाधीश के सामने मारपीट की शिकायत की। जिसके बाद न्यायाधीश ने उसे न्यू सिविल अस्पताल जांच सर्टिफिकेट के लिए रैफर किया। मेडिकल ऑफिसर और फोरेन्सिक विभाग के चिकित्सकों ने पैनल में रिपोर्ट तैयार कर कोर्ट को भेजी है।
लिबायत पर्वत गाम क्षेत्र निवासी बैजराय उर्फ ब्रिजेश राय (20) पांच महीने पहले हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने उसे सचिन लाजपोर जेल भेज दिया। इसके बाद वह जेल में कच्चे काम के आरोपी के तौर पर बंद था। सोमवार सुबह सोनी नामक पक्के काम का आरोपी उसके बैरक के पास गया और कोर्ट में तारीख होने के चलते उसे जाना है ऐसी जानकारी दी।
कुछ समय बाद सोनी दोबारा ब्रिजेश के बैरक के पास गया लेकिन वह कोर्ट जाने के लिए तैयार नहीं हुआ था। गुस्से में सोनी ने ब्रिजेश को थप्पड़ जड़ दिया। इसी दौरान हुई हाथापाई के बाद सोनी ने जेलर को जाकर पूरी घटना बताई। जेलर ने ब्रिजेश को बैरक के बाहर लकड़ी के डंडे से पिटाई कर दी। इसके बाद उसे कोर्ट जाने के लिए पुलिस हेड क्वाटर के उप निरीक्षक आरसी यादव को सौंप दिया।
ब्रिजेश ने कोर्ट में पेशी के दौरान न्यायाधीश के समक्ष जेलर तथा पक्के काम के कैदी द्वारा मारपीट करने की शिकायत की। जिसके बाद न्यायाधीश ने ब्रिजेश को न्यू सिविल अस्पताल उपचार के लिए रैफर कर दिया। न्यायाधीश ने फोरेन्सिक चिकित्सकों के साथ पैनल में आरोपी के साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट की मांग की थी।
यादव उसे न्यू सिविल अस्पताल लेकर आए। मेडिकल ऑफिसर तथा फोरेन्सिक चिकित्सकों ने मिलकर आरोपी की प्राथमिक जांच कर रिपोर्ट तैयार की और सील बंद करके न्यायाधीश को भेजा है। दूसरी तरफ आरोपी ब्रिजेश ने अस्पताल में बताया कि पांच माह से वह जेल में बंद है। लेकिन उसकी तारीख नहीं आ रही थी। सोमवार को कोर्ट में पेशी है इसकी जानकारी उसे कुछ देर पहले ही दी गई और तैयार नहीं होने बाबत मारपीट की।