रांची। सफायर स्कूल का सातवीं का छात्र विनय अब इस दुनिया में नहीं है। उसकी मौत का राज भी अब राज नहीं है। उसकी हत्या के आरोपी जेल में हैं।
उसकी हत्या का जो कारण पुलिस जांच में निकल कर सामने आया है वह विनय के पिता मनबहाल महतो को पच नहीं रहा। वह मानने को तैयार ही नहीं हैं कि शिक्षिका नाजिया हुसैन की बेटी के साथ प्रेम संबंध रखने के कारण उसके बेटे की जान चली गई।
वह कहते हैं कि अगर ऐसी बात थी तो स्कूल प्रबंधन ने उन्हें इसकी जानकारी क्यों नहीं दी। स्कूल प्रबंधन तो उन्हें यह कहता रहा कि उनका बेटा पढ़ने में तेज है।
वहीं विनय महतो की हत्या की आरोपी हिंदी शिक्षिका नाजिया हुसैन, उसके पति आरिफ अंसारी, बेटा और बेटी को कड़ी सुरक्षा में कोर्ट परिसर लाया गया तो इस दौरान पत्रकारों से उसने कहा कि उसे और उसके परिवार को इस मामले में फंसाया गया है।
नाजिया के बेटे ने पत्रकारों से कहा कि पुलिस ने उसे काफी टार्चर किया है। आखिर सच क्या है। क्या सच वह है जो पुलिस ने बताया है या सच को अभी सामने आना है।
मासूम को मिली दर्दनाक मौत
नाजिया के बेटे ने पुलिस को जो बयान दिया है उसके अनुसार चार फरवरी की रात एक बजे के बाद छात्र विनय महतो शिक्षिका नाजिया के घर आया। उस समय शिक्षिका का 16 वर्षीय बेटा जाग रहा था। नाजिया अपनी बेटी के साथ सोई हुई थी।
डाइनिंग स्पेश में बातचीत के दौरान बहन की चर्चा करने पर नाजिया के बेटे की विनय के साथ बकझक होने लगी। गुस्से में आकर उसने विनय के पेट में जोर से घूंसा मारा। मामला बिगड़ते देख विनय भागना चाह रहा था, लेकिन नाजिया के बेटे ने विनय के सिर को दीवार पर पटक दिया।
इसके बाद नाजिया के बेटे ने कई बार उसके सिर को दीवार पर दे मारा। अब विनय अधमरा होकर गिर गया। मारपीट के दौरान हुए हो हंगामे से उसकी मां जाग गई। नाजिया ने जब विनय को खून से लथपथ देखा, तो उसने बेटे से कहा… तुमने यह क्या कर दिया।
इतनी पिटाई के बाद भी विनय को अस्पताल पहुंचाया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। लेकिन शिक्षिका और उसके परिवार ने ऐसा नहीं किया। उसने अपने बेटे के साथ मिल कर विनय को पहले तल्ले के कॉरिडोर से नीचे फेंक दिया।
नीचे गिरते समय विनय ग्रिल से भी टकराया था। घटना के कुछ देर बाद जब आर्ट टीचर दुर्वानंद ने विनय को देखा, तब भी वह जिंदा था।
पहले गरजी पर बाद में टूट गई नाजिया
हत्याकांड के अनुसंधान में लगी पुलिस का शक पहले सफायर स्कूल के आर्ट टीचर दुर्वानंद पर था पर जांच में वह बेदाग साबित हुआ। बाद में जब सफायर स्कूल स्थित टीचर्स फ्लैट्स में शिक्षिका नाजिया हुसैन के फ्लैट से खून लगा वाइपर, परदा जब्त किया गया और नाजिया हुसैन, उसके पति और दोनों बच्चों को हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने पूछताछ शुरु कि तो पहले तो सभी ने इंकार किया कि इस हत्याकांड में उनका परिवार शामिल है। बल्कि नाजिया और उसके पति तो पुलिस पर ही लगातार बरस रहे थे। लेकिन पुलिस ने नाजिया और उसके परिवार को यूं ही हिरासत में नहीं लिया था।
जांच के दौरान पुलिस ने नाजिया और उसके पूरे परिवार का ब्योरा हासिल कर लिया था। उनके मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल भी निकाला जा चुका था। पूछताछ के दौरान सीआइडी के एक अधिकारी ने नाजिया के सामने कडरू की चर्चा की। कडरू की बात सामने आते ही नाजिया टूट गई।
पुलिस के अधिकारियों के सामने वह पहली बार नरम पड़ी, लेकिन कुछ बताया नहीं। दूसरी तरफ पुलिस के कुछ अधिकारी शिक्षिका की बेटी को यह समझाने की कोशिश कर रहे थे कि उसके माता-पिता छूट सकते हैं, लेकिन इसके लिए उसे सच बताना होगा।
उधर, नाजिया के पति आरिफ अंसारी को भी लगातार मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की जा रही थी। उसे उसके अतीत के बारे में बताया जा रहा था। तब वह भी नरम पड़ गया। फिर पुलिस ने आरिफ और नाजिया को एक साथ किया। इसके बाद आरिफ के कहने पर उसके बेटे ने पुलिस को घटना का सच बता दिया।
मां ने कहा पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं
जब विनय के परिजनों से मिलने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रहलाद मोदी उसके चंदाघासी गांव स्थित घर पहुंचे तो विनय की मां फूट-फूटकर रो पड़ी। विनय की मां ने कहा कि रांची पुलिस पर उसका भरोसा नहीं है। पुलिस और सफायर प्रबंधन हत्यारे को बचाने का प्रयास कर रही है।
मेरा बेटा टैलेंटेड था, कई मेडल जीत चुका था। मेरा बच्चा मर गया, मरने के बाद उस पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। विनय की मां की बातें सुनने के बाद प्रहलाद मोदी ने विनय के घरवालों से कहा कि घटना बहुत ही शर्मनाक है। कानून पर भरोसा रखिये, न्याय मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री रघुवर दास से उनकी बात हुई है। राज्य सरकार को ऐसे स्कूलों पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए और जहां गलत हो रहा हो, वहां पर कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घटना की जानकारी देंगे। वह घटना की सीबीआई जांच कराए जाने की बात भी उनके आगे रखेंगे।
विनय के पिता मनबहाल महतो रुंधे गले से कहते हैं कि उनका बेटा तो इस दुनिया से चला गया। पर उन्हें और उनके परिवार को शांति तब मिलेगी जब इस मामले की सीबीआई जांच होगी और असली हत्यारे का पता चलेगा।