नई दिल्ली। जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हरियाणा से रेल द्वारा दिल्ली आ रही महिलाओं के साथ मुरथल में कथितरूप से हुई छेडछाड एवं खींचतान की घटना का दिल्ली सरकार ने कडा संज्ञान लिया है। सरकार दिल्ली की सभी पीडित महिलाओं को कानूनी सहायता उपलब्ध करायेगी।
दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को बताया कि यदि पीडित महिलाएं खुलकर सरकार के सामने आती हैं, तो सरकार उनकी पहचान गुप्त रखेगी। इन महिलाओं को मुफत कानूनी मदद दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि इसके लिए दिल्ली महिला आयोग(डीसीडब्ल्यू) ने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। महिलाएं इस नंबर पर घटना की जानकारी दे सकती हैं। उनकी जानकारी को किसी एजेंसी के साथ साझा नही किया जाएगा। सरकार हर हाल में पीडित महिलाओं का सम्मान बरकरार रखेगी।
जानकारी हो कि जाट आंदोलन के दौरान रेल द्वारा दिल्ली आ रही कुछ महिलाओं के साथ कथितरूप से छेडछाड की बात सामने आई थी। हालांकि अभी तक किसी महिला ने इस घटना की आधिकारिक रूप से सरकार या दिल्ली पुलिस के पास इसकी शिकायत दर्ज नही कराई है।