जयपुर। नागौर में हुई फायरिंग के मामले में गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने मंगलवार को विधानसभा में वक्तव्य दिया है। कटारिया ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने नागौर फायरिंग में राजू ठेहट गैंग का नाम कभी नहीं लिया था, अज्ञात बदमाश कहा था।
कटारिया ने कहा कि नागौर में फायरिंग कर भागे बदमाशों की गाड़ी से महिपाल सिंह की आईडीज बरामद हुई है, जो आनंदपाल सिंह गैंग से जुड़ा हुआ है।
उस दिन फायरिंग में खुद आनंदपाल सिंह था या नहीं यह अभी पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता। जांच चल रही है, जांच के बाद ही यह साफ होगा।
कटारिया ने कहा कि 22 मार्च को राजू ठेहट गैंग के बदमाश शंकर को एसओजी ने गिरफ्तार किया था, उसके तीन साथी जिस फॉर्च्यूनर से भागे और नागौर में जो फॉर्च्यूनर बरामद हुई, उसके नंबर अलग अलग हैं।
नागौर में बरामद फॉर्च्यूनर में आगे और पीछे अलग अलग नंबर थे, यानी उस पर फर्जी नंबर लगाए गए। उस गाड़ी पर आगे आरजे 14 यूसी 6325 और पीछे आरजे 14 यूसी 5657 था। राजू ठेहट गैंग के तीन बदमाशों के जिस फॉर्च्यूनर से भागने की सूचना थी, उसके नंबर आरजे 14 यूसी 2107 थे।
आपको बता दें, कांग्रेस ने गृह मंत्री के 22 मार्च को सदन में गलत जानकारी देने का आरोप लगाते हुए सदन में हंगामा किया था। आज शून्यकाल शुरु होते ही सबसे पहले संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ ने गृह मंत्री के खुद वक्तवय देने की इजाजत मांगी। इसके बाद कटारिया ने सदन में वक्तव्य दिया।
कटारिया के बयान के बाद नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने सवाल उठाते हुए कहा कि नागौर फायरिंग में आनंदपाल ही शामिल था, प्रत्यक्षदर्शी तक बता रहे हैं। गोविंद सिंह डोटासरा ने सवाल उठाया कि जब एसओजी को ठेहट गैंग के तीन अपराधियों के फॉर्च्यूनर से भागने की सूचना मिली तो वह गाड़ी कहां गई।