सूरत। आसाराम के पुत्र नारायण साई ने एक विशेष अदालत से रिश्वत के मामले में सुनवाई में देरी तथा अन्य आरोपियों की तरह समान व्यवहार को आधार बनाते हुए जमानत दिए जाने का अनुरोध किया है।
सूरत की एक महिला द्वारा दायर किए गए बलात्कार के मामले में जेल में बंद साई ने अपने वकील कल्पेश देसाई के जरिये मंगलवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एसीबी मामलों के लिए विशेष अदालत में अपनी जमानत याचिका दाखिल की। उस पर आरोप है कि उसने अपने खिलाफ बलात्कार के मामले को कमजोर करने के लिए पुलिस अधिकारियों और अन्य को रिश्वत की पेशकश की थी।
जमानत याचिका में कहा गया कि प्राथमिकी दर्ज होने के एक साल बाद भी रिश्वत मामले में सुनवाई शुरू नहीं हुई है तथा निकट भविष्य में शुरू होने की संभावना भी नहीं है। इसमें यह भी कहा गया कि चूंकि मामले के अन्य आरोपियों को गुजरात हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है, साई को भी राहत प्रदान की जानी चाहिए।