सूरत। आसाराम बापू के बेटे नारायण सांई के खिलाफ दर्ज यौन उत्पीडऩ मामले में सोमवार को सेशन कोर्ट में हुई इन्साफी कार्रवाई के दौरान मूलत: मुंबई की निवासी और कुछ साल अहमदाबाद और गंभोई आश्रम में रह चुकी महिला साधक ने गवाही दी।
यौन उत्पीडऩ मामले में सेशन कोर्ट में शुरू ट्रायल शुरू हो चुकी है। सोमवार और मंगलवार दो दिन तक लगातार इस मामले में कोर्ट में कार्रवाई चलेगी। सोमवार को इस मामले में गवाह रही मुंबई के विरार की निवासी और कुछ वर्ष अहमदाबाद और गंभोई आश्रम में गुजारने वाली महिला साधक अनिव उर्फ प्रीति वर्मा कोर्ट के समक्ष पेश हुई।
उसने आश्रम में चलनेवाली प्रवृत्ती और नारायण सांई के व्यक्तित्व को लेकर पुलिस में जो बयान दर्ज करवाए थे। इन बयानों को लेकर उसने कोर्ट में गवाही दर्ज करवाई। गवाही के दौरान उसने गंभोई आश्रम में रहने के दौरान सूना था कि साधिका मोनिका, गंगा और जमुना नारायण सांई के लिए अन्य साधिकाओं का ब्रेन वॉश करती है और नारायण को कृष्ण का अवतार बता कर साधिकाओं का यौन शोषण किया जाता है।
वर्ष 2004 में वह किसी तरह आश्रम से निकलने में सफल हो गई थी और बाद में प्रेसवार्ता कर आसाराम और नारायण के कृत्यों को सार्वजनिक किया था। इसके अलावा उसने यह भी बयान दर्ज करवाया था कि सितबर 2004 में आश्रम से उस पर एक महिला का फोन आया था और कहा था कि आसाराम ने दुष्कर्म किया होने के बहाने उसे बुलाया था।
इसके बाद चाय में नशीला पदार्थ उसे पिला दिया था, जिससे वह बेहोश होने के तीन दिन बाद होश में आई थी। इन सभी बयान तथा अभियोजन पक्ष की हकीकतों के समर्थन में उसने गवाही दर्ज करवाई। सोमवार को बचाव पक्ष के वकील उसकी जांच करेंगे।