न्यूयार्क। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमरीका यात्रा के दौरान खूब छाए हुए हैं। मैडिसन स्क्वायर में भी उन्हें सुनने को हजारों लोगों की भीड़ जुटी। मोदी ने कहा कि भारत में उनकी सरकार जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगी। मोदी ने पूरे आत्म्मविश्वास के साथ कहा कि २१वीं सदी भारत और एशिया के देशों की है। खासकर भारत ऐसा देश है जिसके पास डैमोक्रेसी, डेमोग्राफी डिविडेंट और डिमांड तीनों ही है जो किसी ओर देश के पास नहीं है। भारत ही ऐसा देश है जिसके ६५ फीसदी लोग युवा हैं।…
मोदी ने कहा कि हम विकास को आंदोलन के रूप देंगे इसमें हर वर्ग के लोगों की भ्भूमिका होगी। हम इस बात के लिए आश्वस्त है कि २०२० तक भारत ही दुनियाभर को कौशलयुक्त लोगों की आपूर्ति करने की स्थिति में आ जाएगा। वजह यह है कि तब तक दुनिया के अधिकतर देशों के लोग बूढ़े होने की स्थिति में होंगे।
मोदी ने हजारों लोगों की भीड़ के सामने भारत के मंगल अभियान को एक उपब्धि बताते हुए कहा कि इस सफल अभियान पर प्रति किलोमीटी महज ७ रुपए का खर्च आया। भाररत के मंगल मार्स अभियान पर खर्च हॉलीवुड फिल्म पर आने वाले खर्च से भी कम है। यह सब भारत के कौशल के कारण ही संभव हो पाया।
मोदी ने कहा कि भारत में हम स्किल डवलपमेंट पर बल दे रहें हैं साथ ही दुनिया की यूनिवर्सिटीज को वेलकम कर रहे हैं। वे भी आएैर हमारे कौशल साझा करते हुए खुद के विकास को और गति दें।
मोदी ने कहा कि अमरीका दुनिया का सबसे पुराना लोकतांत्रिक देश है और भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक मुल्क है। भारत के लोग दुनिया के हर कोने में मिल जाएंगे। इसी तरह अमरीका में दुनियाभर से आए लोग रह रहे हैं। मोदी ने कहा कि भारत से बाहर रह रहे देशवासियों को उनकी सरकार कोई ऐसा अवसर नहीं देगी जिससे उन्हें सिर नीचा करना पड़े। मोदी ने कहा कि भारतीय नौजवान माउस को घुमाते हैं और सारी दुनिया को वे डुलाते हैं। भारत के युवाओं की मेधा और सूचना प्रोद्योगिकी में दक्षता की सराहना की। मोदी ने कहा कि भारत तेज गति से आगे बढ़ रहा है तथा भारत के पास जो चीजें हैं वे दुनिया के किसी देश के पास नहीं हैं।
मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत शक्ति, शुद्धीकरण और समर्पण के पर्व नवरात्र की बधाई देकर की। मोदी को सुनने अमरीकी कांग्रेस के लगभग सभी सीनेटर मौजूद रहे। मोदी का संबोधन शुरू होने से पहले ही मेडिसन स्क्वायर मार्डेन के बाहर हजारों की संख्या में भारतीय मूल के लोग जमा होने लगे थे। मोदी के फैन्स उन्हें सुनने को बेताब नजर आए। आयोजन स्थल पर प्रवेश के लिए सुबह से ही लोगों की कतार लगी हुई थी।
मोदी के स्वागत में उनके फैन्स भारतीय परिधान पहने तिरंगा थामे नजर आए। कुछ लोग ढोल नगाड़े बजाते मोदी के स्वागत को आतुर थे। कुछ ने हाथों में बैनर थाम रखे थे। तिब्बती महिलाओं के एक समूह ने भी मोदी के कार्यक्रम में शिरकत की। रह रहकर मोदी के समर्थन में नारों की गूंज सुनाई पड़ रही थी।
कार्यक्रम स्थल पर कड़ी सुरक्षा की गई थी। पुलिस ने कई जगह बैरिकेट लगाकर चैकिंग पाइंट बना रखे थे। मोदी के समर्थकों के अलावा उनके विरोधी भी मेडिसन स्क्वायर के बाहर थे तथा मोदी के खिलाफ नारे लगा रहे थे। अलायंस फार जस्टिस एंड अकाउंटेबिलिटी के नेतृत्व में जमा हुए प्रदर्शनकारी बैनर थामें थे जिस पर लिखा हुआ था मोदी को अभी नहीं मिला है वीजा। मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप में वांछित मोदी। भारत को अल्पसंख्कों का दमन बंद करना चाहिए। भारत को नष्ट कर देगा हिन्दुत्च।
मोदी विरोधी प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हम मेडिसन स्क्वायर गार्डेन के बाहर इसलिए जमा हुए कि ताकि लोगों को याद दिला सकें कि गुजरात दंगा मोदी के शासन में हुआ। मोदी को जवाबदेह ठराया जाना चाहिए। भारतीय मूल का पूरा अमरीकी समुदाय उनका समर्थन नहीं करता।