भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यशाला का समापन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 2 वर्षां में हर वर्ग की प्रगति के लिए योजनाएं क्रियान्वित की गई, जिनका सुफल देखने को मिल रहा है और उससे जहां समाज में नई पुलकन दिखाई देती है। वहीं दुनिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व और कृतित्व की सम्मान के साथ चर्चा की जा रही है।
उन्होनें कहा कि मोदी वास्तव में भारत के लिए भगवान का उपहार है, जिन्होंने दुनिया में भारत का भाल उन्नत किया है। महंगाई को नियंत्रित करनें के साथ देश की विकास की दर को शीर्ष पर पहुंचा दिया है और चीन भी भारत की विकास दर की बराबरी नहीं कर पाया।
उन्होंने कहा कि मोदी को विरासत में महंगाई, असुरक्षा और अनिर्णय के कारण लकवाग्रस्त व्यवस्था मिली थी, लेकिन उन्होनें दो साल के अल्पकाल में 8.3 प्रतिशत महंगाई को 5 प्रतिशत पर ला दिया है और विकास दर को 5 प्रतिशत से 7.3 प्रतिशत के ऊपर पहुंचा दिया है।
आने वाले दिनों में भारत की विकास दर दहाई पर होगी और भारत दुनिया का मैन्युफेक्चिरिंग अब बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य सिद्ध होगा।
उन्होंने गर्व के साथ यह भी स्वीकार किया कि दो साल के कार्यकाल के समापन के लिए किए जा रहे कार्यक्रमों पर कार्यशाला आयोजित करनें में भी मध्यप्रदेश देश का अग्रणी राज्य साबित हुआ है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए प्रदेश में पांच कलस्टर बनाए गए हैं, जिनमें से चार कलस्टरों के लिए बीमा कंपनियों का टेंडर के द्वारा चयन भी कर लिया गया है।
कार्यकर्ताओं की कोशिश होना चाहिए कि देश में अभी तक जो 23 प्रतिशत किसान ही फसल बीमा के अंतर्गत आए हैं, हमें शत प्रतिशत किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का कवच सुनिश्चित हो, इससे किसानों को जोखिम में मदद मिलेगी और उसकी आर्थिक दशा को आघात नहीं पहुंचेगा।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में कार्यकर्ताओं की भागीदारी बढ़ने से हितग्राहियां को भाजपा के कार्यकर्ताओं के सहयोग का अनुभव होगा और वे पार्टी के प्रति कृतज्ञता महसूस करेंगे। उन्होंने जिले-जिले में हर स्तर पर हितग्राही सम्मेलन आयोजित करनें का कार्यक्रम इस दरम्यान पूरा करनें का आग्रह किया और कहा कि हमें पीले चावल देकर हितग्राहियों को आमंत्रित करना है और उनके सुख-दुख में भागीदार बनना है, इससे संगठन को लाभ होगा और हम हितग्राही का विश्वास अर्जित करेंगे।
उन्होनें कहा कि उज्जैन में संपन्न सिंहस्थ में 51 अमृत अर्जित किए है, हमें उनका क्रियान्वयन कर लाभ अर्जित करना है। इन सभी बिन्दुओं से हम संयुक्त राष्ट्र संघ को भी अवगत कराएंगे। प्रदेश की नदियों को पुर्नजीवित करने के लिए उनके तटों पर फलदार वृक्ष लगाने, किसान की जमीन पर फलदान वृक्ष लगाने पर किसानों को होने वाला फसल के नुकसान की भरपाई राज्य शासन करेगी।
इस कार्यक्रम का प्रारंभ अमरकंटक से नर्मदा तट पर फलदार वृक्षों के रोपण के साथ किया जायेगा। यात्रा निकाली जायेगी, मुख्यमंत्री स्वंय पदयात्री बनेंगे। खेती का पैटर्न बदला जाएगा, पाठ्यक्रम में समयोचित परिमार्जन के प्रयास किए जाएंगे।
उन्होनें कहा कि नारी देह का विज्ञापन में उपयोग न हो, इसके लिए कानून बनाया जाएगा। हर आदमी को रोजगार देने की दृष्टि से लघु उद्योग लाभप्रद होते हैं, प्रदेश में लघु उद्योगों का जाल बिछाया जाएगा। उन्होनें सिंहस्थ-2016 की सफलता के लिए सभी के सहयोग की प्रशंसा करते हुए कहा कि वहां प्रशासकीय अमले, निकायों के कर्मचारियों ने निष्ठापूर्वक कार्य किया है, उन्हें पांच-पांच हजार रूपए देकर पुरस्कृत किया जाएगा।
उन्होनें कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे योजनाओं कार्यक्रमों के माध्यम से जनता के बीच में बने रहें। जनता के बीच में बने रहना ही राजनेता की पूंजी और असल ताकत है। दो वर्ष के समापन अभियान के कार्यक्रम के पश्चात अगली कार्यशाला में उन्होनें सभी पदाधिकारियों के अनुभव आमंत्रित किए है, और कहा कि इस कार्यशाला के पश्चात अगली कार्यशाला में सभी का उनके रचनात्मक सहयोग के लिए स्वागत किया जाएगा।