नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पूर्व संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार पर विकास परियोजनाओं के लिए धनराशि आवंटित न करने समेत गुजरात के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप लगाया।
मोदी ने ओखा को भेंट द्वारका से जोड़ने वाले सेतु और एक राष्ट्रीय राजमार्ग को चौड़ीकरण की आधारशिला रखते हुए उन परेशानियों को याद किया, जिनका सामना गुजरात को तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व वाली संप्रग सरकार के दौरान करना पड़ा था।
मोदी ने कहा कि अपने हर संभव प्रयासों के बावजूद मैं उन्हें (संप्रग सरकार) नींद से नहीं जगा पाया। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि इसके विपरीत उनकी सरकार ने विकास को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि विकास के लिए दृष्टिकोण और सपने की जरूरत होती है।
मोदी ने जीएसटी की दरों में राहत के अपनी सरकार के फैसले और छोटे उद्यमियों, व्यापारियों और निर्यातकों को हर महीने के स्थान पर तीन महीने में रिटर्न दाखिल करने की अनुमति देने का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि सरकार ने एक ‘सरल कर’ को और सरल बनाने का प्रयास किया है। उन्होंने जीएसटी पर राहत देने के फैसले को व्यापारी समुदाय के लिए एक पखवाड़ा पहले ही दिवाली उत्सव आने के समान बताया।
मोदी ने कहा कि छोटे उद्यमियों, व्यापारियों और निर्यातकों के लिए जीएसटी के प्रावधानों में राहत देने का फैसला नई कर प्रणाली की समय-समय पर समीक्षा करने के केंद्र के फैसले के अनुरूप है।
मोदी ने अपना दो दिवसीय गुजरात दौरा द्वारकाधीश मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ शुरू किया।उन्होंने कहा कि ओखा-भेंट द्वारका सेतु परियोजना पूरी होने पर क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि केवल एक क्षेत्र के विकास से तब तक लाभ नहीं होगा, जब तक कि उसका अन्य क्षेत्रों से संपर्क न हो। उन्होंने कहा कि इससे वे परेशानियां कम होंगी, जो इस क्षेत्र के लोग वर्षो से झेल रहे हैं।