

नई दिल्ली। अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 7 जून को व्हाइट हाउस में भेंट करेंगे। अमरीकी राष्ट्रपति के कार्यालय ने शनिवार को इस बात की पुष्टि की।
वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने एक वक्तव्य में कहा कि जनवरी 2015 में हुई राष्ट्रपति ओबामा की भारत यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी की यह अमरीका यात्रा प्रमुख क्षेत्रों में दोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाने पर प्रकाश डालेगी। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता का यह वक्तव्य नई दिल्ली स्थित अमरीकी दूतावास ने शनिवार को जारी किया।
वक्तव्य में कहा गया है कि राष्ट्रपति ओबामा प्रधानमंत्री मोदी के साथ दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे। वार्ता में विशेषकर सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्रों में आपसी सहयोग, आर्थिक प्रगति, जलवायु परिवर्तन और स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी जैसे विषयों पर भी चर्चा होगी।
यह पहले ही बताया जा चुका है कि प्रधानमंत्री मोदी 7 और 8 जून को दो दिवसीय अमरीका यात्रा पर जा रहे हैं। यात्रा के दौरान वह अमरीकी कांग्रेस की एक संयुक्त बैठक को भी संबोधित करेंगे ।
प्रधानमंत्री की यात्रा का मुख्य उद्देश्य रक्षा, सुरक्षा, ऊर्जा, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के विविध क्षेत्रों में हुई प्रगति को मजबूत करना और भविष्य के लिए सहयोग को तेज करने के उपाय विकसित करना है। पिछले दो वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ओबामा के नेतृत्व में विशेष रूप से भारत-अमरीका द्विपक्षीय सामरिक भागीदारी में दृढ़ता से विकसित हुई है।
प्रधानमंत्री को अमरीका सभा के अध्यक्ष पॉल रयान द्वारा अमरीकी कांग्रेस की एक संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए भी आमंत्रित किया गया है जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। वह पहले
विदेशी नेता हैं जिन्हें 2016 में यह सम्मान दिया गया है। अमरीकी कांग्रेस भारत-अमरीका रणनीतिक साझेदारी को मजबूती देने का एक प्रमुख कारण बना है।
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री प्रमुख अमरीकी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे। दोनों देशों की एक प्रमुख प्राथमिकता आर्थिक साझेदारी की पूरी क्षमता का अहसास करना है जो बढ़े निवेश प्रवाह में परिलक्षित होता है।