नई दिल्ली। देश को रियो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीताने का सपना देखने वाले भारत के स्टार पहलवान सुशील कुमार का कहना है कि नरसिंह परचम यादव पाकिस्तान से नहीं है, इसलिए उनका समर्थन किया जाना चाहिए। इस मेगा इवेंट के लिए नरसिंह का समर्थन नहीं करने का कोई कारण नहीं है। हम नरसिंह का समर्थन करेंगे।
33 वर्षीय सुशील कुमार ने दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को स्वीकार कर लिया जिसमें उन्होंने देश को 74 किलोग्राम में रियो ओलंपिक का कोटा दिलाने वाले नरसिंह यादव के साथ ट्रायल कराने की मांग की थी। इसके बाद कोर्ट ने 06 जून को उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया।
दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि नरसिंह तो पाकिस्तान का नहीं है, उसे समर्थन क्यों नहीं करेंगे? मेरा अभी प्रशिक्षण पर ध्यान है इसलिए मैं व्यस्त हूं। दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के बाद आगे की रणनीति पर सुशील ने कहा कि इस मामले की आगे की कार्रवाई पर अंतिम फैसला मेरे कोच सतपाल सिंह करेंगे।
गौरतलब है कि नरसिंह ने पिछले वर्ष विश्व चैंपियनशिप में 74 किलोग्राम में कांस्य पदक जीतकर देश को रियो ओलंपिक का कोटा दिलाया था। वहीं सुशील ने 66 किलोग्राम में दो ओलंपिक पदक जीते हैं लेकिन अब वह 74 किलोग्राम में खेलते हैं। वह अपने कंधे की चोट के कारण विश्व चैंपियनशिप में नहीं खेल पाए थे जिस कारण उन्होंने रियो ओलंपिक का कोटा हासिल करने का मौका गंवा दिया।