सूरत। वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय में जनवरी में आयोजित हुआ नेशनल एसोसिएशन ऑ स्टुडेन्ट ऑफ आर्किटेक्चर(नासा) इवेन्ट को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पर शिकंजा कसता जा रहा है। इवेन्ट को लेकर घोटाला होने का आरोप लग रहा है। इस संदर्भ में कुलपचि से कई प्रश्न पूछे गए हैं। एबीवीपी ने इस मामले को लेकर कुलपति को ज्ञापन सौंपा है।
जनवरी में वीएनएसजीयू के आर्किटेक्चर विभाग के सहयोग से नासा ने आंतराष्ट्रीय स्तर की इवेन्ट आयोजित की थी। एक सप्ताह तक चली इस इवेन्ट में देश के 110 आर्किटेक्चर संस्थानों के 150 से अधिक प्राध्यापकों और 3000 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था।
विश्वविद्यालय ने इवेन्ट के लिए कन्वेन्शन हॉल प्रदान किया, बाहर से आए प्राध्यापकों और विद्यार्थियों के लिए रहन और खाने की व्यवस्था भी की थी। इस इवेन्ट के पीछे कुल 1 करोड़ 74 लाख 21 हजार का खर्च हुआ है, जिसके सामने 1 करोड़ 17 लाख 20 हजार की आय हुई। कुल 57 लाख का नुकसान बताया जा रहा है।
इस 57 लाख रुपए को लेकर विवाद शुरू हुआ है। पिछले दिनों हुई सिंडीकेट में सदस्य भावेश रबारी में घोटाला करने का आरोप लगाया तो सिंडीकेट ने जांच समिति का गठन कर मामला शांत करने का प्रयास किया। एबीवीपी के सदस्य और सीनेट सदस्य कल्पेश रावल ने अब इस इवेन्ट को लेकर कई प्रश्न खड़े किए है। रावल ने भी इसमें घोटाला करने का आरोप लगाया है।
कुलपति से पूछे सात सवाल
इस मामले में कुलपति को बुधवार को ज्ञापन सौंपा गया है। कुलपति से सात सवालों के जवाब मांगे गए हैं। नियम के अनुसार पांच लाख से अधिक का खर्च होने पर टेन्डर प्रक्रिया की जाती है और वित्त समिति से अनुमती ली जाती है, इस इवेन्ट में करोड़े खर्च हुए तो अनुमति क्यों नहीं ली गई। समग्र कार्यक्रम पर विवि प्रशासन के अधिकारियों ने नजर क्यों नहीं रखी।
करोड़ों खर्च होने पर किसी तरह की कार्रवाई क्यों नहीं की गई। करोड़ों खर्च होने का लेखा जोखा नहीं है तो इस मामले में किसी को क्यों निलंबित किया गया है। इस इवेन्ट को लेकर नियमों का उल्लंघन हुआ है, इसलिए कुलपति भी घोटाले के लिए जिमेदारा है। उचित जवाब और कार्रवाई नहीं होने पर संगठन की ओर से आंदोलन की चेतावनी दी गई है।