वाशिंगटन। अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का कहना है कि 26 जनवरी को एक आकाशीय पिंड पृथ्वी के पास से सुरक्षित गुजर जाएगा। उस समय पृथ्वी से उसकी दूरी पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी का तीन गुना होगी।
आकाशीय पिंड की परावर्तित चमक के आधार पर अंतरिक्ष विज्ञानियों ने अनुमान लगाया है कि “2004 बीएल86” नामक इस आकाशीय पिंड का आकार एक मील का एक-तिहाई, अर्थात 0.5 किलोमीटर है। इसके वास्तविक आकार का पता अभी नहीं लग पाया है।
पृथ्वी के पास से गुजरते हुए आकाशीय पिंड की सबसे कम दूरी 26 जनवरी को 12 लाख किलोमीटर होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि आकाशीय पिंड की गति और क्षमता पूरे यूरोप को तबाह करने या दुनिया में सुनामी लाने के बराबर है।
नासा के वैज्ञानिक “2004 बीएल86” के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए माइक्रोवेव की सहायता से इसका पर्यवेक्षण और अध्ययन करने की योजना बना रहे हैं।
“2004 बीएल86” के बारे में सबसे पहले 30 जनवरी, 2004 को न्यू मैक्सिको के व्हाइट सैंड्स में लिंकन नियर-अर्थ एस्टेरॉयड रिसर्च (एलआईएनईएआर) के दूरबीन से पता चला था।