नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय हथकरघा दिवस की बधाई दी है। अपने बधाई संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हथकरघा दिवस के मौके पर हम प्रतिज्ञा लेते हैं कि हम हथकरघा क्षेत्र को प्रोत्साहन देंगे और अपने दैनिक जीवन में हथकरघा उत्पादों का अधिक से अधिक प्रयोग करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारा हथकरघा क्षेत्र विविध है, पर्यावरण के अनुकूल है और अनगिनत बुनकरों के लिए आय का एक सोत्र है इसलिए हमारे समर्थन से उन्हे प्रोत्साहन मिलेगा। चूंकि हथकरघा क्षेत्र से कई महिलाएं जुड़ी हुई हैं, महिला सशक्तिकरण के लिए भी हथकरघा क्षेत्र का विकास बेहद जरूरी है।
देश भर में रविवार को द्वितीय हथकरघा दिवस मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य हथकरघा उद्योग के महत्व एवं देश के सामाजिक-आर्थिक योगदान में इसके योगदान के बारे में जागरुकता फैलाना और बुनकरों की आय को बढ़ाना है।
इस मौके पर मुख्य समारोह वाराणसी में आयोजित किया जाएगा, जिसमें केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी संत कबीर पुरस्कार एवं राष्ट्रीय हथकरघा पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। सभी राज्यों में राज्य स्तर पर भी राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया जाएगा।
यह दिवस मनाने के लिए 7 अगस्त की तारीख का चयन भारत की आजादी की लड़ाई में इसके विशेष महत्व को देखते हुए किया गया है।
1905 में इसी दिन कोलकाता के टाउनहॉल में एक महा जनसभा में स्वदेशी आंदोलन की ऑपचारिक रूप से शुरुआत की गई थी। इस आंदोलन में घरेलू उत्पादों और उत्पादन प्रक्रियाओं का पुनरोत्थान शामिल था।