कोलकाता/मुम्बई। बंगाल की प्रतिभावान महिला तैराक तनुका धाडा की मौत का रहस्य गहराता जा रहा है।
हुगली जिले के उत्तरपाडा के रघुनाथपुर की रहने वाली तनुका 2015 के राष्ट्रीय खेलों में तीन पदक जीत चुकी थीं। दो साल पहले ही उन्हें पश्चिम रेलवे में नौकरी मिली थी।
गौरतलब है कि गुरूवार की रात मुम्बई स्थित फ्लैट से तनुका का फंदे से लटकता शव बरामद किया गया था। तनुका के परिजन व उसे करीब से जानने वाले अब भी उसकी मौत पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।
बेंगल ओलंपिक एसोशिएशन के उपाध्यक्ष रामानुज मुखर्जी ने राज्य सरकार से इस मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि तनुका की मौत कैसे हुई इसका खुलासा होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि है कि यह आत्महत्या का मामला नहीं है। हमने पश्चिम बंगाल सरकार से मामले की जांच की मांग की है। राष्ट्रीय खेलों में तीन पदक जीतने वाली इस प्रतिभावान तैराक की मौत की सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए।
गौरतलब है कि निम्न मध्यमवर्गीय परिवार की सदस्य तनुका धाडा ने काफी कठिनाइयों को झेलते हुए यह मुकाम हासिल किया था।
तनुका ने पहले जिम्नास्टिक का अभ्यास शुरू किया था लेकिन पैरों में चोट लगने के कारण उसने जिमनास्टिक छोड़ कर तैराकी में भाग्य आजमाने की सोची और कामयाब हुर्इं।