बारडोली। नवसारी बस दुर्घटना में सबसे ज्यादा बारडोली तहसील के तरभोण गांव की पांच महिलाओं की मौत हो गई, जबकि चार को घायलावस्था में अस्पताल में भर्ती किया गया है। इससे पूरे गांव में शनिवार को मातम का सन्नाटा पसरा रहा।
तरभोण गांव में एक साथ पांच महिलाओं की अंतिमयात्रा निकली तो ग्रामीणों की आंखें नम हो गई। तरभोण की पांच महिलाओं समेत बारडोली तहसील के कुल 10 व्यक्ति इस दुर्घटना में मारे गए।
तरभोण गांव की मीना दीपक राठौड़ (27), भारती बुधा हलपति (40) और सुनीता रमन हलपति (35) नवसारी में घरकाम करने के लिए रोज जाती-आती थीं। शुक्रवार को नवसारी से उकाई जा रही बस मे बैठकर वे घर वापस लौट रही थीं, तभी सुपागाम के पास बस नदी में गिरने से तीनों की मौत हो गई।
वहीं इसी गांव की और हलपति समाज का गौरव नेहा भिखा हलपति (22) नवसारी की अग्रवाल कॉलेज मे बी.एड करती थी और कॉलेज से घर लौट रही थी।
सरलाबेन सुरेशभाई आहिर (35) उनकी भतीजी की शादी के मौके पर खरीदारी करने के लिए उनकी देवरानी वैशाली के साथ नवसारी गई थीं। यह दोनों भी इसी बस में घर लौट रही थी। दुर्घटना में सरला की मौत हो गई, जबकि वैशाली को अस्पताल में भर्ती किया गया। इस तरह तरभोण गांव मे कुल 5 महिलाओ की मौत हो जाने से गांव मे माहौल गमगीन हो गया।
देर रात तक स्वजन के कोई समाचार नहीं मिलने पर अपने स्वजन सहीसलामत घर लौटने के इंतजार मे बैठे थे तभी अचानक एक के बाद एक शव आने से गांव के लोग स्तब्ध हो गए। शनिवार को पांचों महिलाओं की अंतिमयात्रा निकाली गई।
पांच मिनट मे मिली मौत
बारडोली तहसील के नोगामा पारडी गांव के ईश्वर शुक्कर राठोड (45) की भी दुर्घटना मे मौत हो गई। ईश्वर नसिलपोर गांव मे खेत मालिक के यहां ट्रेक्टर चालक की नोकरी करता था। वह रोजाना बस मे अपडाउन करते था। शुक्रवार शाम को बस मे चढऩे के पांच मिनट मे बस पलट ने उनकी मौत हो गई। इसके अलावा वाघेच के भानु प्रवीण नायका की भी मौत हुई।