इस्लामाबाद। पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के चीफ इमरान खान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी ने ही सेना प्रमुख और पीएम के बीच पिछले दिनों हुई बैठक की जानकारी लीक की थी।
उन्होंने कहा कि यह काम किसी और का नहीं बल्कि नवाज की बेटी मरियम का ही है। खान ने यहां तक कहा कि देश में यदि कोई भी तीसरी ताकत सत्ता पर काबिज होती है तो उसके लिए सिर्फ नवाज शरीफ ही जिम्मेदार होंगे। गौरतलब है कि खान की पार्टी पीटीआई ने 2 नवंबर को सरकार के खिलाफ एक विशाल रैली का अाह्वान किया है। इसमें वह एक बार फिर से नवाज से इस्तीफा और या फिर पनामागेट कांड में उनकी जिम्मेदारी मांगने की बात करेंगे। राजधानी में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने यह बातें कहीं हैं।
सुरक्षा में बड़ी चूक के पीछे मरियम
इमरान खान ने कहा कि यदि उनके विरोध प्रदर्शन को रोका गया तो इसका अंजाम सरकार को भुगतना होगा। हाई-लेवल मीटिंग की जानकारी लीक होने पर उन्होंने कहा कि इसके पीछे कोई और नहीं बल्कि नवाज का ही परिवार है। पाक के अखबार ‘द डॉन’ के मुताबिक उन्होंने कहा कि इसमें उन्होंने कोई शक नहीं है कि मरयम की मीडिया सेल ने हाई-लेवल मीटिंग की जानकारी लीक की थी। नवाज पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि यही वजह है कि इस बाबत कोई जांच नहीं की जा रही है। उन्होंने इसको सुरक्षा में बड़ी चूक करार दिया है। इमरान ने कहा कि इसका पता लगाना बेहद आसान है, लेकिन यदि किसी का नाम उजागर नहीं किया जा रहा है तो यह साफ संकेत है कि इसमें नवाज की रॉयल फैमिली का ही हाथ है।
लोकतंत्र के बेपटरी होने के पीछे नवाज
इमरान खान ने यह भी कहा कि यदि पाकिस्तान में लोकतंत्र बेपटरी होता है तो उसके लिए भी नवाज ही जिम्मेदारी होंंगे। हालांकि उन्होंने इस बात का जिक्र नहीं किया कि आखिर किस वजह से देश में से लोकतंत्र पटरी से उतर रहा है। साथ ही उन्होंने अपने संबोधन में ‘थर्ड फोर्स’ कौन सा है इसको भी साफ नहीं किया है।
क्या था इंफोर्मेशन लीक का मामला
गौरतलब है कि पीओके में हुई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पीएम नवाज शरीफ और सेना प्रमुख राहिल शरीफ के बीच एक हाई-लेवल मीटिंग हुई थी। जिसके बाद पाक के अखबार ‘द डॉन’ ने दोनों में ही दूरी और खटास की खबर प्रकाशित की थी। इस मीटिंग की सूचना लीक होने के बाद अखबार के पत्रकार को गिरफ्तार किया गया और कई तरह के प्रतिबंध भी लगा दिए गए थे। इसके बाद सेना ने इसकी जवाबदेही तय करने को लेकर भी एक बैठक की थी जिसमें दस दिनों के अंदर उस भेदिए का नाम बताने की बात कही गई थी जिसने यह खबर लीक की थी।
सेना और सरकार में दूरियां
इस खबर के बाद भी सेना और सरकार के बीच दूरियों के बढ़ने की खबर लगातार आ रही है। वहीं सेना प्रमुख राहिल शरीफ इस माह के अंत में रिटायर भी होने वालेे हैं। दूसरी ओर सरकार ने भी साफ कर दिया है कि वह दस दिनों के अंदर नए सेना प्रमुख का नाम तय कर देगी।