खगड़िया। बिहार में गया-औरंगाबाद में नक्सली हमले में मारे गए दिवाकर की पत्नी प्रिया शादी के 21 दिन बाद ही विधवा हो गई।
सोमवार को उनके पति दिवाकर औरंगाबाद और गया के सीमावर्ती जंगल में डुमरी नाला पर नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में शहीद हो गए। पति की मौत की सूचना मिलते ही वह चिल्लाने लगी।
प्रिया की चीख सुन गांव के लोगों का कलेजा कांप गया। कभी वह अपने भाग्य को कोसती है तो कभी कहती है कि उनके बिना कैसे जी पाएगी। गांव की महिलाएं उसे चुप कराने में जुटी तो हैं। भगवान ने उसे ऐसा दर्द दिया है, जिससे इसकी पूरी जिंदगी खाक में मिल गई है।
वहीं मृत जवान के पिता तनुकलाल तिवारी सदमे में है। रोते-रोते वे कई बार बेहोश हो गए। गांव के पुरुष उन्हें संभालने में जुटे हैं। तनुकलाल कहते हैं जवान बेटा तो चला गया अब उनकी चार बेटियों की शादी कैसे होगी। बुढ़ापे में कौन उनका सहारा बनेगा।
शहीद जवानों के नाम
अनिल कुमार-बक्सर बिहार, रवि कुमार- सीवान बिहार, दिवाकर-खगड़िया बिहार, दीपक घोष और पलास मंडोल पश्चिम बंगाल, मनोज कुमार- मध्य प्रदेश, ओपेंद्र सिंह- मणीपुर, हरविंदर पवार और सिनोद कुमार- यूपी और रमेश कुमार- पंजाब प्रमुख है।
घायल जवानों के नाम
डीएस राव-आंध्रप्रदेश, मिथुन गोस्वामी-बिहार, उदय भान सिंह, रविशंकर यादव, पंचम यादव हैं।