रांची। झारखंड के गिरीडीह जिले में नक्सलियों ने पुलिस का मुखबिर होने के आरोप में एक व्यक्ति का सिर कलम कर दिया। पुलिस ने शनिवार को कहा कि शुक्रवार को नक्सलियों ने विजय बर्नवाल का अपहरण किया था, जो पहले एक नक्सली समूह का सक्रिय सदस्य था।
गिरीडीह जिले के भेलवाघाटी के निवासी बर्नवाल का उस समय अपहरण किया गया था, जब वह किसी काम से पड़ौसी राज्य बिहार गया हुआ था। सिर से अलग उसके शव को बिहार के जमुई जिले के शिजुवा गांव में पाया गया।
गिरीडीह और जमुई दोनों झारखंड और बिहार के सीमावर्ती जिले हैं। पुलिस ने बर्नवाल की पहचान शव के पास से मिले आधारकार्ड से की।
बाद में उसके परिवार के सदस्यों को बुलाया गया और उन्होंने शव की पहचान की। शव को जमुई से गिरीडीह लाया गया। उसे पहले एक नक्सली समूह का एक सक्रिय सदस्य होने के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था।
बर्नवाल, जो तीन साल गिरीडीह जिले की जेल में रहा, अपनी रिहाई के बाद, पत्थर का कारोबार करने लगा था। घटनास्थल पर नक्सलियों ने एक पर्ची छोड़ी थी, जिसमें उन्होंने मृतक को पुलिस का मुखबिर बताया था।