नई दिल्ली। राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने एयरसेल-रिलायंस कम्युनिकेशंस के विलय को मंजूरी देने वाले आदेश पर अपनी मुहर लगा दी है और ब्रुकफील्ड टावर्स की बिक्री को भी मंजूरी दे दी।
सूत्रों के मुताबिक, न्यायाधिकरण ने भारती इन्फ्राटेल, जीटीएल और एरिक्सन के विरोधों को खारिज कर दिया।
एनसीएलटी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) की टॉवर इकाई में 51 फीसदी की हिस्सेदारी ब्रुकफील्ड को बेचने की भी मंजूरी दे दी। यह सौदा 11,000 करोड़ रुपये में होगा।
रिलायंस कम्युनिकेशंस और एयरसेल ने 14 सितंबर, 2016 को अपने वायरलेस कारोबार के लिए एक प्रस्तावित विलय योजना के दस्तावेजों पर भी हस्ताक्षर किए थे।
इन दोनों सौदों के पूरा होने से रिलायंस कम्युनिकेशंस का कर्ज 60 फीसदी तक घटेगा। इस कर्ज में 25,000 करोड़ रुपए की कमी आएगी।