संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कहा है कि अलेप्पो में रूस और सीरियाई बलों की बमबारी के भयावह परिणाम सामने आए हैं, क्योंकि करीब 500 लोगों की मौत हो गई है और इस माह के अंत तक वहां खाद्य सामग्री की भी घोर किल्लत होने की आशंका है।
बान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की एक विशेष बैठक में कहा कि 22 सितंबर को सीरिया सरकार द्वारा, पांच साल से जारी गृह युद्ध में विद्रोहियों के खिलाफ अब तक का सर्वाधिक तेज अभियान शुरू किए जाने के बाद अलेप्पो के पूर्वी हिस्से में हवाई हमले किए गए।
पूर्वी अलेप्पो पर विद्रोहियों की पकड़ है। बान के अनुसार, इन हवाई हमलों के भयावह नतीजे सामने आए हैं। हमले में कम से कम 500 लोगों की जान चली गई और करीब 2,000 घायल हो गए हैं. मरने वालों में ज्यादातर बच्चे हैं।
बान ने चेताया कि 7 जुलाई के बाद से अलेप्पो में संयुक्त राष्ट्र का कोई राहत काफिला नहीं पहुंच पाया और अक्तूबर के अंत तक वहां राशन तथा आवश्यक वस्तुओं की घोर किल्लत हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भूख का युद्ध के हथियार के तौर पर उपयोग किया जा रहा है।
कनाडा की अध्यक्षता में 27 देशों ने महासभा की बैठक बुलाई थी, जिसका उद्देश्य शांति प्रयासों को पुनर्जीवित करने और बम हमलों को रोकने के लिए सुरक्षा परिषद द्वारा कार्रवाई करने में नाकाम रहने के कारण उत्पन्न गतिरोध दूर करना था।