अशोकनगर। अगर आदमी दूर दृष्टी और पक्का इरादा रखता है तो वह एक दिन वह अपनी मंजिल तक जरूर पहुंच जाता है। यह बात जिले के मुंगावली नगर के गौरव अरोरा ने सिद्ध कर के बता दी है।
अगर इंसान अपने मन मे ठान ले तो वह अपने मेहनत और लगन से दूर दृष्टी पक्के इरादों के साथ चलता रहे तो एक दिन उसकी मंजिल उसके कदमों मे होती है हम वात कर रहे है नगर के गौरव अरोरा की जिसने अपनी मेहनत व लगन से अपने इरादो मे सफल हो गए।
गौरव ने अपनी प्रथमिक शिक्षा नगर ग्रहण कर कक्षा 3 से 12वीं तक इंदौर के डेली कालेज में हुई इसके वाद उन्होने वी.वी.ए.प्रेस्ट्रीज कालेज इंदौर से की प्रेस्ट्रीज कालेज में वर्ष 2004 में गौरव को मिस्टर प्रेस्ट्रीज की उपाधी से समानित किया गया तभी से इनके रूचि रूझान फिल्म जगत की और वढऩे लगी।
मुंगावली आने पर अपने परिवार के वीच वैठकर इन्होंने यह बात अपने दादा, पापा मम्मी सभी को बताई और कहा कि में एक वर्ष के लिए बॉम्वे जाकर कुछ कर सका व सफल हुआ तो वही रहूंगा, नहीं तो वापिस आकर आपके काम मे हाथ वटाऊंगा।
20 वर्ष की उम्र से कर गए बॉम्बे की ओर कूच
एक दिन गौरव बॉम्बे पहुंच गए। अपनी मेहनत व पक्के इरादे से चलते हुए इन्होने वर्ष 2006 से 2007 मे मारीम वाडिया की अखिल भारतीय प्रतियोगता (गलेड रेगज) मे तृतीय स्थान प्राप्त किया व इन्हें यहां से मॉडलिग का प्लेट फार्म मिल गया।
मॉडलिग की दुनियां मे प्रवेश करते सबसे पहले यूमी कोर्स होण्डा वाईक के विज्ञापन से शुरूआत हुई और इन्होंने फिर पीछे मुडक़र नहीं देखा। इसके बद तो गौरव पर मानो मॉडलिग की लाईन लग गई और यूएसए, इंन्डोनेशिया, कनाडा, थाईलैन्ड, दुबई, श्रीलंका आदि देशों मे फैशन डिजायनरों के शो किए। गौरव टीवी एड भी करते रहे। गौरव ने पाकिस्तान और श्रीलंका में भी टीवी एड किए।
लेकिन मन में बॉलीवुड की हमेशा ललक लगी रही, मॉडलिंग की भारी सफलता के बाद गौरब ने फिल्म जगत मे भी अपनी आमद देते हुए फिल्म लव गेम में मुख्य किरदार की भूमिका निभाई। पहली फिल्म में तारा अलीशा व पत्रलेखा इनकी हीरोईन के रोल में रहीं। इस फिल्म के डायरेक्टर विक्रम भटट् व प्रोडूसर महेश भटट् है यह फिल्म पूरी तैयार हो चुकी है।
8 अप्रैल को देश भर मे एक साथ रिलीज होगी व इनकी दूसरी फिल्म राज 4 है जिसके डायेक्टर विक्रम भटट् व प्रोडूसर महेश भटट् के वेनर तले इसकी शूटिंग रोमानिया में 15 जनवरी 2016 से चल रही है।
इनका पूरा परिवार मुंगावली में ही रह रहा है इनके पापा रवि कुमार, मम्मी राधा रानी ने बताया कि हमें कभी विशवास भी नहीं था कि जिस बॉम्वे बॉलीवुड से हमारा कोई दूर दूर का रिश्ता नहीं था न ही कोई पहचान न कोई सपोट था लेकिन गौरव की लगन मेहनत ने उसे आज इस मुकाम पर पहुँचाया है व उसने आज नगर का नाम रोशन कर दिया है।