काठमांडू। माओवादी प्रमुख पुष्प दहल कमल ‘प्रचंड’ ने नेपाल के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद दो समुदायों के बीच खाई पाटने का प्रयास करते हुए देश को आर्थिक विकास की दिशा में आगे ले जाने का वादा किया है।
उन्हें एक दिन पहले ही देश के सांसदों ने दूसरी बार प्रधानमंत्री पद के लिए निर्विरोध चुना था। पहली बार 2008-09 में भी उन्होंने कुछ समय के लिए प्रधानमंत्री का पद संभाला था।
राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने राष्ट्रपति भवन में सीपीएन-माओवादी सेंटर के 61 वर्षीय नेता को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। शपथ ग्रहण के साथ ही प्रचंड औपचारिक रूप से देश के 39वें प्रधानमंत्री बन गए हैं। प्रचंड की छह सदस्यीय कैबिनेट में दो उपप्रधानमंत्री शामिल हैं।
कैबिनेट में उपप्रधानमंत्री माओवादी नेता कृष्ण बहादुर महरा के पास वित्त मंत्रालय, जबकि नेपाली कांग्रेस के नेता उपप्रधानमंत्री बिमलेंद्र निधि के पास गृह मंत्रालय है। राष्ट्रपति भंडारी ने दोनों उपप्रधानमंत्रियों को भी शपथ दिलाई।
इसके अलावा तीन अन्य मंत्रियों को भी पद की शपथ दिलाई गई। नेपाली कांग्रेस के नेता रमेश लेखक को भौतिक योजना एवं परिवहन, जबकि माओवादी नेताओं दलजीत श्रीपली को युवा एवं खेल तथा गौरी शंकर चौधरी को कृषि मंत्रालय सौंपा गया है।