सबगुरु न्यूज-सिरोही/ रोहिड़ा। जिले में आदिवासियों के प्रसिद्ध पीपली पूनम के मेले में बिना पूछे मोटर साईकल ले जाने से नाराज चाचा ने भतीजे को डंडा मारा था। इससे नाराज होकर भतीजे ने बाद में चाचा की हत्या करके उसका शव मिट्टी पँर पत्थरों में दबा दी थी। रोहिड़ा थाना क्षेत्र में मानाराम भील हत्याकांड में पकड़े गए आरोपी ने पुलिस के सामने इस बात का खुलासा किया है।
रोहिड़ा थाना क्षेत्र में भूला में 15 मई को मिट्टी और पत्थरों के बीच दबा हुआ एक शव मिला। शिनाख्त करने पर ये शव करीब 4 दिनों से लापता मानाराम गमेती भील का पाया गया। पुलिस ने मौके पर ही मृतक के भाई भानाराम गमेती भील से रिपोर्ट ली। इसमें भानाराम ने बताया कि उसका भाई मानाराम 11 मई को घर से निकल था। 15 मई जी सुबह तक घर नही आया। 15 मई की शाम को सूचना मिली उसके घर के नाले के पास बदबू आ रही है।
उसने आसपास देखा तो घर के पास ही मिट्टी और पत्थर के नीचे दबा हुआ उसके भाई का शव बरामद हुआ। उसने रिपोर्ट में बताया कि उसका भाई 11 मई को उसके भतीजे रामराम ओर धनाराम पुत्र जैताराम के साथ शराब पीता हुआ दिखा था । इसके बाद उन लोगों ने मानाराम को मारकर मिट्टी और पत्थर के नीचे दबा दिया और फरार हो गया ।
sp ओम प्रकाश ओर asp सतनामसिंह के निर्देशन में टीम गठित की। इस दाल ने निरंतर प्रयास करके पहाड़ी क्षेत्रों में खोजबीन करके रामराम को उदयपुर जिले के कोटड़ा थाना क्षेत्र के साँड़मारिया से दस्तियाब किया। इस दौरान उसने पुलिस को बताया कि वो पिपली पूनम के मेले में वो अपने चाचा मानाराम से पूछे बिना उसके कुवें से उसकी मोटर सायकिल माउंट आबू के पिपली पूनम के मेले में ले गया था।इससे उसके चाचा ने नाराज होकर उसे लकड़ी मारी। जिससे उसे गुस्सा आ गया। इस पर उसने सुरेश गमेती के साथ मिलकर मौका मिलते ही अपने चाचा के सिर पर पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी। शव को छिपाने के लिए उसे नाले में डालकर उसपर मिट्टी और पत्थर डाल दिये। रामराम को गिरफ्तार करके तफ्तीश की जा रही है और सुरेश कुमार की तलाश जारी है।