जेरूसलम। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को कहा कि उनका देश भारत के प्रधानमंत्री की ‘एक ऐतिहासिक यात्रा’ की तैयारी कर रहा है।
नेतन्याहू ने मंत्रिमंडल की साप्ताहिक बैठक के दौरान कहा कि बीते 70 वर्षो के दौरान भारत के किसी प्रधानमंत्री की यह ऐतिहासिक पहली यात्रा है। मोदी को ‘मेरा मित्र’ करार देते हुए नेतन्याहू ने कहा कि उनके दौरे के दौरान कई जगहों पर वह मोदी के साथ रहेंगे।
जर्मनी जाने से पहले इजरायल की तीन दिवसीय यात्रा पर मोदी के तेल अवीव से बाहर स्थित बेने गुरियन हवाईअड्डे पर मंगलवार दोपहर पहुंचने की संभावना है। मोदी जर्मनी के हैम्बर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
नेतन्याहू ने कहा कि मोदी का दौरा इसकी पुष्टि करता है कि भारत के साथ हमारा रिश्ता हाल के वर्षो में प्रगाढ़ हुआ है और उन्हें उम्मीद है कि यह दौरा विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को प्रगाढ़ करेगा।
इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, मोदी का दौरा सुरक्षा व रक्षा, कृषि, जल व ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर केंद्रित होगा।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा दोनों देशों के बीच पूर्ण कूटनीतिक संबंध स्थापित करने के 25 वर्षो बाद तथा इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत एरियल शेरॉन के नई दिल्ली दौरे के बाद हो रहा है।
इजरायली मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मोदी का दौरा बीते कुछ महीनों के दौरान दोनों देशों के बीच अरबों डॉलर के हथियारों व सुरक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर करने की पृष्ठभूमि में हो रहा है।
अप्रैल महीने में भारत ने मिसाइल सुरक्षा प्रणाली एमआरएसएएम (मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल) खरीदने के लिए इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) के साथ 1.6 अरब डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किया।
यह प्रणाली हर तरह के हवाई खतरे से निपटने के लिए तैयार की गई है और इसमें लॉन्चर, मिसाइल, रडार प्रणाली तथा संचार व नियंत्रण प्रणाली मौजूद हैं। माना जा रहा है कि यह आईएआई के साथ अब तक का सबसे बड़ा समझौता है।