जयपुर। प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ताओं का लालबत्ती का इंतजार जल्द खत्म हो सकता है। अगले 10-15 दिन में प्रमुख आयोगों और बोर्डों में अध्यक्षों और सदस्यों की नियुक्तियां की जा सकती है। लालबत्ती की इच्छा रखने वालों ने भी अपने प्रयास शुरू कर दिए हैं।
राजस्थान में भाजपा सरकार ने अभी तक सिर्फ एक वरिष्ठ भाजपा नेता ओंकार सिंह लखावत को राजनीतिक नियुक्ति दी है। इसके अलावा सभी बोर्ड और आयोगों में या तो पद रिक्त हैं या पिछली सरकार के समय नियुक्त लोग काम कर रहे है या आईएएस अधिकारियों के पास कार्यभार हैं।
अब तक सरकार विभिन्न चुनाव, सदस्यता अभियान और अन्य कारण बताते हुए राजनीतिक नियुक्तियां अटकाए हुई थी। कार्यकर्ताओं से यही कहा जा रहा था कि समय आने पर सब काम होंगे, पहले जो चुनाव व सदस्यता अभियान की चुनौती है, उसे पूरा किया जाए। अब सब काम हो चुके हैं।
प्रमुख चुनाव खत्म हो चुके हैं और सदस्यता अभियान भी 30 अप्रेल को पूरा हो गया है। अब सरकार और पार्टी के पास कार्यकर्ताओं को लटकाए रखने का कोई बहाना नहीं बचा है। यही कारण है राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के 25 अप्रेल को राजस्थान के दौरे के बाद से ही राजनीतिक नियुक्तियों की अटकलें चल रही हैं।
इस बीच राजे एक बार दिल्ली में भी अमित शाह से मुलाकात कर चुकी हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि राजनीतिक नियुक्तियों के लिए सूची लगभग तैयार है और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कुछ प्रमुख आयोगों और बोर्डों में जल्द नियुक्तियां कर सकती हैं।