सूरत। राज्य सरकार से जमीनों पर कब्जा मिलने के बाद अब शहर की सूरत और निखर जाएगी। मनपा मुख्यालय जहां आधुनिक होगा वहीं इनडोर स्टेडियम को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने का रास्ता साफ हो गया। घूमने-फिरने के शौकीन लोगों के लिए हेरिटेज स्क्वेयर, डुमस समुद्र किनारा और मेरीटाइम म्यूजियम नए ठिकाने होंगे।
मुख्यमंत्री आनंदी पटेल से विभिन्न जमीनों का मालिकाना हक मिलने के बाद मनपा प्रशासन के लिए शहर को और खूबसूरत बनाने का रास्ता साफ हो गया है। जमीन के बदले राज्य सरकार से सबजेल की जमीन मिलने के बाद मनपा का मुख्यालय अब आधुनिक हो जाएगा। अब तक मुगलीसराय से संचालित हो रहे मुख्यालय में जहां पार्किंग की दिक्कत पेश आ रही है, विभिन्न विभागों को दूसरी जगहों से भी संचालित किया जा रहा है।
यहां रोजाना करीब तीन हजार कर्मचारियों समेत पांच हजार से अधिक लोगों का आना-जाना होता है। अपने काम के सिलसिले में लोगों को १३ किमी दूर से मुगलीसराय आना होता है। सबजेल की जगह पर मुख्यालय बनने के बाद सभी विभाग एक जगह आ जाएंगे। साथ ही आने-जाने वाले लोगों को भी सहूलियत रहेगी।
अंतरराष्ट्रीय होगा इनडोर स्टेडियम
इनडोर स्टेडियम से लगी राज्य सरकार की ३५७११ वर्गमीटर जमीन मिलने के बाद इसे रिनोवेट कर अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा। जिसके बाद यहां मल्टीलेयर पार्किंग समेत ओपन पार्किंग, ओपन प्लॉट डवलपमेंट और केटरिंग की भी व्यवस्था होगी।
मिलेंगे नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन
शनिवार को मुख्यमंत्री के साथ हुई बातचीत के बाद शहर में नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन को विकसित करने का रास्ता भी साफ हो गया है। इसके तहत जहां हेरिटेज स्क्वेयर का सर्कल पूरा हो जाएगा, वहीं तापी किनारे स्थित गुजरात मेरीटाइम बोर्ड की २०५४४.५५ वर्गमीटर जमीन पर मेरीटाइम म्यूजियम बनाया जाएगा। इसमें मछली पकडऩे की प्रवृत्तियों, नाव बनाने की कला के साथ ही अन्य गतिविधियां दिखाई जाएंगी। साथ ही डुमस में समुद्र किनारे मनपा और राज्य सरकार की जमीन पर नेचर पार्क, ईको पार्क, सी फ्रंट समेत अन्य प्रोजेक्ट्स पर काम होगा।
मुगलीसराय से नहीं टूटेगा नाता
मनपा मुख्यालय नए भवन में जाने के बाद भी मनपा का नाता मुगलीसराय से नहीं टूटने वाला। आयुक्त मिलिंद तोरवणे ने बताया कि मनपा की प्रशासनिक विंग के नए भवन में जाने के बाद इस जगह को मनपा की अन्य गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
राज्य सरकार ने खोली राहतों की पोटली
नए वर्ष का तीसरा शनिवार सूरत महानगर पालिका के लिए खासा खास रहा। शनि की मेहर शहर पर ऐसी बरसी कि बरसों से जद्दोजहद के बाद मौके की जमीनें सूरत महानगर पालिका को मिल गईं। इनमें रिंगरोड स्थित सबजेल की २२१०० वर्गमीटर जगह के लिए मनपा प्रशासन पिछले लंबे समय से लगा हुआ था। वर्ष २०११ में जब से सबजेल को लाजपोर स्थानांतरित किया गया था, मनपा ने इस जगह के लिए राज्य सरकार के साथ खतोकिताबत शुरू कर दी थी।
करीब तीन वर्ष बाद आखिरकार राज्य सरकार ने मनपा प्रशासन की बात को गंभीरता से लिया और शनिवार को यह जमीन मनपा को देने पर सैद्धांतिक सहमति दे दी। इसके बदले मनपा को शहर में दूसरी जगहों पर अपने स्वामित्व की इतनी ही जमीन राज्य सरकार को देनी होगी। इसके अलावा इंडोर स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए भी राज्य सरकार ने स्टेडियम के बगल में अपने स्वामित्व की ३५७११ वर्गमीटर जगह मनपा को देने पर सहमति जताई है। इसके बदले भी मनपा को इतनी ही अपनी जगह देनी होगी।
किले के कंजर्वेशन का रास्ता साफ
मनपा के ड्रीम प्रोजेक्ट हेरिटेज स्क्वेयर के लिए हेरिटेज संपत्ति तापी किनारे स्थित किला का रिकंजर्वेशन कराया जाना है। इसके लिए महापौर और आयुक्त ने मुख्यमंत्री से सैद्धांतिक मंजूरी मांगी थी। मुख्यमंत्री ने प्रोजेक्ट पर सहमति जताते हुए कहा कि किले के संरक्षण और संचालन का काम राज्य का हेरिटेज विभाग और मनपा प्रशासन संयुक्त रूप से मिलकर करेंगे।
बनेगा मेरीटाइम म्यूजियम
इसी तरह तापी किनारे मेरीटाइम बोर्ड की २०५४४ वर्गमीटर जगह भी मनपा को देते हुए साफ किया कि इसके संचालन के लिए मेरीटाइम बोर्ड और मनपा प्रशासन की संयुक्त कमेटी बनेगी। समुद्र किनारे डुमस में राज्य सरकार के वन विभाग की १८०८२८ वर्गमीटर जगह भी विभिन्न टूरिस्ट गतिविधियों के लिए मनपा को देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके संचालन का जिम्मा वन विभाग और मनपा प्रशासन की संयुक्त कमेटी करेगी।
मुख्यमंत्री करेंगी भूमिपूजन
सबजेल की जगह मनपा मुख्यालय निर्माण के लिए भूमिपूजन की तारीख भी अभी तय हो गई। मनपा प्रशासन के मुताबिक सूरत के स्थापना दिवस के अवसर पर १५ मई को मुख्यमंत्री आनंदी पटेल इसके भूमिपूजन के लिए सूरत आएंगी।
सहमत हुईं सीएम
हमने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बात रखी थी। पिछले लंबे समय से इन जमीनों के लिए मनपा प्रशासन प्रयास कर रहा था। शनिवार को मुख्यमंत्री के साथ हुई मुलाकात में उन्हें हमारा प्रजेंटेशन पसंद आया और जमीनें मनपा को देने पर सहमति जताई।
निरंजन झांझमेरा, महापौर, सूरत शहर