इंदौर। ट्रेनों में टीटीई अब सीधे बर्थ अलॉट नहीं कर सकेंगे। इसके बजाय खाली बर्थ से मौजूदा स्टेशन की वेटिंग क्लीयर होने के बाद अगले स्टेशन पर अपने आप ही वहां से वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को बर्थ अलॉट होती चली जाएगी।
रेलवे द्वारा नई व्यवस्था 20 अक्टूबर से शुरू की जा रही है जिससे रिजर्वेशन कन्फर्म नहीं होने वाले यात्रियों को टीटीई के चक्कर नहीं लगाना पड़ेंगे।
नई व्यवस्था के अंतर्गत ट्रेन में टीटीई के साथ अक्सर पैसे के लेन-देन को लेकर शिकायतें आती हैं और स्टेशनों पर ट्रेनों के रूकते ही रिजर्वेशन कन्फर्म नहीं होने वाले यात्री ट्रेवल टिकट एग्जामिनर (टीटीई) को घेरकर बर्थ अलॉट करने के लिए गुहार लगाते हैं।
पहले कभी सर्जिकल स्ट्राइक हुई या नहीं, यह सिर्फ सेना को पता
टीटीई भी इस बात का फायदा लेकर यात्रियों से मनमाना दाम वसूल करते हैं जिसकी शिकायत रेलवे तक पहुंची है। अधिकारियों का कहना है कि इन शिकायतों के बाद अब यात्रियों को टीटीई के चक्कर नहीं लगाना पड़ेंगे।
बर्थ अपने आप केरी फारवर्ड हो जाएगी। इससे कम कोटे वाले स्टेशनों से यात्रा करने वाले यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।
रेप आरोपी आसाराम बापू की जमानत पर सुनवाई 24 तक टली
उदाहरण के तौर पर यदि इंदौर से नई दिल्ली स्टेशन के लिए 10 रिजर्व बर्थ उपलब्ध है और वह खाली रह गई है तो ट्रेन की रवानगी से पहले यह 10 सीटें अगले स्टाफ के लिए अलाट हो जाएगी।
अगर इनमें से पांच सीटें भी खाली रह जाती हैं तो वह अगले स्टॉपेज के लिए केरी फारवर्ड होंगी। यह सिलसिला हर स्टेशन पर चलता रहेगा।
यह भी पढें
ट्रेनों संबंधी न्यूज के लिए यहां क्लीक करें
https://www.sabguru.com/indian-railways-launches-new-app/
https://www.sabguru.com/now-indian-railways-sell-trains-name/
https://www.sabguru.com/railway-employees-get-78-days-wages-productivity-linked-bonus/
https://www.sabguru.com/irctc-offers-rs-10-lakh-rail-travel-insurance-just-1-paisa/