श्रीनगर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवाद के वित्तपोषण के मामले में गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर के बडगाम जिले में अलगाववादी नेता एवं शिया मौलवी सईद आगा हसन के आवास पर छापेमारी की। इसके साथ ही घाटी में अन्य अलगाववादी नेताओं और उनके सहयोगियो के घर पर भी छापेमारी की गई।
एनआईए के सूत्रों के मुताबिक, घाटी में गुरुवार को 12 स्थानों पर इस तरह की कई छापेमारी की गई। एनआईए ने बडगाम जिले में तड़के चार बजे हसन के घर पर भी छापेमारी शुरू की।
एनआईए ने इस तरह की छापेमारी गुलाम नबी सुमजी, वरिष्ठ अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के हुर्रियत समूह, शबीर शाह के निकट सहयोगी जमीर ठाकुर और जेकेएलएफ के अन्य वरिष्ठ नेता शौकत बख्शी के घर पर भी की गई।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिसबल के साथ मिलकर एनआईए ने गुरुवार को घाटी में 12 स्थानों पर छापेमारी की और यह प्रक्रिया आज पूरे दिन जारी रहेगी।
एनआईए ने बुधवार को कारोबारियों को ध्यान में रखकर कश्मीर और दिल्ली में 24 स्थानों पर छापेमारी की, जिनके आतंकवाद का वित्तपोषण करने के मामले से कथित तौर पर तार जुड़े हैं।
तीन वरिष्ठ अलगाववादी नेताओं में सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारुख और यासीन मलिक ने ऐलान किया है कि वे नौ सितंबर को नई दिल्ली में एनआईए के मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
एनआईए ने जुलाई में पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों का वित्तपोषण मामले की जांच के संबंध में सात अलगाववादी नेताओं और एक स्थानीय कारोबारी को गिरफ्तार किया था।
एनआईए ने बुधवार को कश्मीर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मियां कयूम से लगभग सात घंटे तक पूछताछ की। घाटी में वकीलों ने कयूम के नई दिल्ली से लौटने तक अदालतों का बहिष्कार करने का फैसला किया है।