मथुरा। बरसाना के विश्व प्रसिद्ध राधा.रानी मंदिर पर अपना हक जताने वाले दिनेश दास को पुलिस ने उसके समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
बरसाना पुलिस को उनके पास से दो तमंचेए एक पिस्तौल और देसी बम बरामद दिखाये हैं। आज पत्रकार वार्ता में इस बावत जानकारी देते हुए एसएसपी डाण् राकेश सिंह ने बताया कि बरसाना कस्बा स्थित श्रीजी मंदिर पर कुछ असमाजिक तत्व फर्जी कागजातों के आधार पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे थे। इसी को देखते हुए पुलिस कप्तान द्वारा मंदिर सुरक्षा में गार्ड लगा दिये गये।
घटना के संबंध में पुलिस टीम गठित की गयी। मामले के सम्बन्ध में मंगलवार गोस्वामी समाज द्वारा थाने में दिनेश दास के खिलाफ 420ए 467ए 468ए 120 बी में अपराध पंजीकृत करा दिया गया।
गोस्वामी समाज द्वारा बताये गये लोगों पर एसपी देहात अजय कुमार के निर्देशन में सीओ छाता अतुल कुमार व थाना प्रभारी राजेन्द्र नागर द्वारा रैकी शुरू कर दी गयी। इसी क्रम में गश्त के दौरान अभियुक्त बिजेन्द्र पुत्र हरदयाल निवासी जाटव मौहल्ला बरसानाए इतवारी पुत्र हरी सिंह निवासी सुनहरी थाना कामा राजस्थान को मय तमंचे के गिरफ्तार किया है।
वहीं इन्हीं के बताये अनुसार इनके साथी नेहना पुत्र खूबीराम निवासी सुनेहरा राजस्थान, दिनेश पुत्र चिरंजीलाल निवासी सौंख अडडा गोवध्रनए बनैसिंह पुत्र बेदी निवासी सुनेहरा कामा, वासुदेव पुत्र गोपाल निवासी बरसाना, मुकेश पुत्र वासुदेव निवासी बरसाना, मुकेश पुत्र भगवान सिंह निवासी बरसाना, नाहर सिंह पुत्र लूला निवासी बरसाना, विनोद पुत्र डालचंद निवासी बरसाना को सात देशी बम के साथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने सभी के खिलाफ कार्यवाही कर जेल भेज दिया है।
700 अरब की संपत्ति पर ठोंका था दावा
दिनेश कुमार दास ने बरसाना के राधा.रानी मंदिरए अन्य 10 मंदिरए 3200 बीघा जमीनए 6 हवेली सहित कई कुण्डों और पहाड़ों पर मालिकाना हक का दावा ठोंका था। मूल रूप से गोवर्धन इलाके के घनिया गांव निवासी दिनेश कुमार दास ने राधा.रानी मंदिर सहित करीब 700 अरब की संपत्ति को अपने पूर्वजों की वसीयत बताकर इनपर अपनी दावेदारी पेश की थी। इसके लिए उसने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से न्याय की गुहार भी लगाई थी।
सैकड़ों साल पुराना है राधा.रानी मंदिर
जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर की दूरी पर बरसाना में बना राधा.रानी का श्रीजी मंदिर सैकड़ों साल पुराना है। मान्यता है कि यहां राधा.रानी की प्रतिमा स्थापित नहीं की गई थीए बल्कि ये खुद प्रकट हुई है। समय.समय पर कई राजाओं ने इस मंदिर की दशा सुधारने की कोशिश की। यहां भगवान कृष्ण और राधा एक ही चुनरी में हैं। इस मदिर तक पहुंचने के लिए करीब 250 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है।