नई दिल्ली। साध्वी निरंजन ज्योती ने विपक्ष के खिलाफ कथित टिप्पणी के लिए मंगलवार को लोकसभा में खेद व्यक्त किया है । सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने यह मामला उठाते हुए विरोध प्रदर्शन किया और सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई । जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, तब भी शोर शराबा जारी रहा। साध्वी निरंजन ज्योति ने अपने वक्तव्य में कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। दुख पहुंचाने का इरादा नहीं था। मेरा कोई इरादा नहीं था न है लेकिन जो बात मेरे मुख से निकली है मैं दिल से उसको खेद प्रकट करती हूं स्वीकार करती हूं। उनके खेद प्रकट करने के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हो गई।
इससे पहले कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने साध्वी निरंजन ज्योति द्वारा विपक्षी दलों के खिलाफ कथित अभद्र टिप्पणी के मुद्दे पर लोकसभा में विरोध प्रदर्शन किया । इसी मुद्दे पर राज्यसभा में भी कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने गंभीर चिन्ता प्रकट की । कांग्रेस सदस्यों ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया। कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि एक मंत्री से ऐसी अभद्र भाषा की उम्मीद नहीं की जा सकती। संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने जवाब देते हुए कहा कि दोनों पक्षों के सदस्यों को भाषा पर नियंत्रण रखना चाहिए ।
परन्तु विपक्षी सदस्य राज्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते रहे। इसके जवाब में सदन के नेता अरूण जेटली ने कहा कि मंत्री ने पहले ही खेद प्रकट कर दिया है और अब यह मुद्दा समाप्त हो जाना चाहिए। शोर-शराबे के बाद सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी। संसद से बाहर हमारे संवाददाता से बातचीत में कांग्रेस के अश्विनी कुमार ने कहा कि उनकी टिप्पणी अस्वीकार्य और विभाजनकारी है। उन्होंने कहा कि खेद प्रकट करना ही काफी नहीं है, प्रधानमंत्री को उन्हें निष्कासित कर देना चाहिए।
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने कहा कि निरंजन ज्योति को नैतिक आधार पर तुरन्त इस्तीफा दे देना चाहिए। समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि इस प्रकार की भाषा बोलकर वे देश के संविधान के खिलाफ काम कर रही हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सीताराम येचुरी ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। विदित हो कि सुश्री निरंजन ज्योति ने कल पश्चिमी दिल्ली में भाजपा रैली को संबोधित करते समय उपरोक्त टिप्पणी की थी।