चंडीगढ। निरंकारी बाबा हरदेव सिंह के निधन के बाद अब निरंकारी मिशन के श्रद्धालुओं का मार्ग दर्शन उनकी पत्नी सविंद्र कौर करेंगी। इसी को लेकर मंगलवार को मीटिंगों का दौर चलता रहा। बाबा हरदेव सिंह की अंतिम यात्रा शुरू होने के साथ ही दिल्ली की सडकों पर जाम लग गया। बाबा की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए देश-विदेश से उनके अनुयायी दिल्ली पहुंचे। उनका अंतिम संस्कार निगम बोध घाट में किया जाएगा।
निरंकारी मिशन की परंपरा के अनुसार बीते तीन गुरु एक ही परिवार के हुए हैं। इससे पहले भी निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी उनकी पत्नी सविंद्र कौर जी और उनकी माता कुलवंत कौर स्टेज पर बैठकर श्रद्धालुओं का मार्ग दर्शन करते थे।
बाबा हरदेव सिंह जी का कोई बेटा नहीं है, ऐसे में अटकले चल रही थी कि उनके बड़े दामाद संदीप खिंडा को भी यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। लेकिन अब साफ हो गया है कि बाबा हरदेव जी की पत्नी ही कमान संभालेंगी।
उल्लेखनीय है कि दुनियाभर में निरंकारी मिशन की संपत्ति अरबों रुपए में हैं। जानकारी के मुताबिक लगभग 100 करोड़ रुपए की संपत्ति तो सिर्फ चंडीगढ़ में ही है।
निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी के कार्यकाल में भी संदीप खिंडा ही मिशन का अधिकतर कामकाज देखते थे। एक तरफ जहां मिशन की कार्यप्रणाली को लेकर प्रचार विभाग के सभी कामों में वह अहम भूमिका निभाते आए हैं।
लंबे समय से वह इंग्लैंड स्थित अपने काम को छोड़कर नई दिल्ली में मिशन की सेवा में जुटे हुए हैं। मिशन में आने वाले वीवीआईपीज से भी संदीप खिंडा ही तालमेल बिठाते रहे हैं। हाल ही में बाबा जी की विदेश यात्रा में वह उनके साथ थे।
बुधवार को बाबा हरदेव सिंह जी का अंतिम संस्कार किया जाना है। अंतिम यात्रा के दौरान सुरक्षा के कडे बंदोबस्त किए गए। अंतिम यात्रा समाप्त होने के बाद शाम को 3 से 7 बजे तक एक श्रद्धांजलि सामरोह रखा गया है जिसमें बाबा हरदेव की पत्नी सविंदर को निरंकारी मिशन की गदृदी संभलाएगी जाएगी। इस समारोह में मिशन की कमान संभालने के लिए किसी को स्टेज पर बैठाना होता है। ऐसे में सविंद्र कौर जी के नाम की घोषणा की जा सकती है।