चंडीगढ। संत निरंकारी मिशन के प्रमुख बाबा हरदेव सिंह के साथ कनाडा में सड़क हादसे में घायल हुए 28 वर्षीय दामाद अवनीत सेतिया का निधन हो गया।
उनकी मौत के बाद उनकी फेसबुक पर उनके एक दोस्त ने उनकी पोस्ट पर लिखा कि बाबा हरदेव को उनकी सेवा इतनी भा गई कि उन्हें अपने साथ ही ले गए। पंचकूला के सेक्टर – 11 के निवासी अवनीत सेतिया उर्फ अवि के घर शनिवार को भी शोक प्रगट करने आने वालों का आना जाना लगा रहा।
13 मई को कनाडा में निरंकारी बाबा हरदेव सिंह महाराज एवं पंचकूला निवासी उनके दामाद अवनीत सेतिया का कार दुर्घटना में निधन हो गया था। हादसे में मौत के शिकार हुए अवनीत सेतिया पेश से एक्टर थे और टीवी सीरियल में काम कर रहे थे।
फिल्मी दुनिया में अपनी पहचान बना चुके अवनीत का जन्म पंचकूला में 9 जुलाई 1987 को हुआ। बचपन से धार्मिक स्वभाव के अवनीत में कलाकार के गुणों की समाहिता भी नजर आती थी। जिसके चलते उन्होंने फिल्मी दुनिया को अपने पेशे के रूप में अपनाया।
निरंकारी सेत बाबा हरदेव सिंह की बेटी के साथ उनका विवाह एक वर्ष पहले ही हुआ था। बाबा हरदेव के दामाद अवनीत सेतिया पंचकुला के सेक्टर-11 के रहने वाले थे। उनकी मृत्यू की सूचना मिलते ही उनके घर पर निरंकारी समुदाय और उनके पारवारिक मित्रों की भीड़ जमा हो गई।
अवनीत के घर पिता सतीश सेतिया, मां कमला सेतिया और भाई रजनीश सेतिया रहते हैं। बहन नैना सेतिया का विवाह चंडीगढ़ में हुआ है। 24 अप्रैल को दिल्ली में हुए समागम के बाद 25 अप्रैल को बाबा हरदेव सिंह अपने दोनों दामादों के साथ न्यूयॉर्क के लिए रवाना हुए थे।
18 मई को वापस लौटना था। निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज का पार्थिव शरीर दिल्ली स्थित निरंकारी कालोनी लाया जाएगा। यहां से उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिए बुराड़ी रोड स्थित निरंकारी समागम स्थल के ग्राउंड नंबर 8 में सोमवार को 16 मई को दोपहर 12 बजे से मंगलवार रात्रि 17 मई तक रखा जाएगा।
अंतिम यात्रा 18 मई को ग्राउंड नंबर 8 से सुबह 8 बजे आरंभ होगी। अंतिम यात्रा निरंकारी संतोख सरोवर, निरंकारी कालोनी होते हुए किंग्ज़वे कैंप तक पैदल निकाली जाएगी। किंग्ज़वे कैंप से संस्कार स्थल निगम बोध तक वाहन सेवा उपलब्ध रहेगी। 18 मई को शाम तीन बजे से 7 बजे तक निरंकारी समागम ग्राउंड नंबर -2 में श्रद्वांजलि समारोह का आयोजन किया जाएगा।