नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप में शामिल नाबालिग आरोपी को फिलहाल रिहाई नहीं मिलेगी। नाबालिग दोषी ने अपनी सजा पूरी कर ली है। इस कारण उसे 22 दिसंबर को रिहा किया जाना था।
लेकिन 22 दिसंबर के बाद उसे एक और साल के लिए किसी एनजीओ की निगरानी में रखकर उसे उचित शिक्षा दी जाएगी। ताकि वह एक बेहतर मनुष्य बन सके।
इस निर्णय पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शोभा ओझा ने गुरूवार को कहा है कि महिलाओं के कई संगठन किशोर कानूनों में बदलाव लाने की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि निर्भया कांड का नाबालिग आरोपी एक अन्य साल सुधार गृह में रह कर सुधर जाएगा।
ओझा ने कहा कि कई मामलों में खासकर बलात्कार और सामूहिक बलात्कार जैसे मामलों में किशोरों की अहम भूमिका होती है। देश की कई महिला संगठन नाबालिग कानून में बदलाव लाने की मांग कर रहे हैं।
जिससे आरोपी को उसके अपराध के हिसाब से सजा दी जा सके। हम उम्मीद और प्रार्थना करते हैं कि निर्भया कांड में शामिल इस नाबालिग के भीतर कुछ सुधार हो सके और वह एक बेहतर इंसान बनकर बाहर आए।
इस बीच महिला कार्यकता कविता श्रीवास्तव ने निर्भया कांड में शामिल नाबालिग को रिहा करने की बजाय एक अन्य वर्ष के लिए बाल सुधार गृह में रखने की सरकार के निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि युवक को खुद को सुधारने का एक मौका देना चाहिए।