नई दिल्ली। सड़क परिवहन और राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में निर्भया योजना के तहत महिलाओं की सुरक्षा उपायों के साथ देश की जनता को विशेष बसें समर्पित करेंगे। इस प्रस्ताव को जनवरी 2014 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी थी।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को बताया कि इस प्रस्ताव में राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय वाहन सुरक्षा और वाहनों की ट्रैकिंग व्यवस्था, आपातकालीन बटन और घटनाओं की वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए राज्य स्तर पर एक नियंत्रण केंद्र स्थापित किया जाएगा।
इस योजन के तहत पहले चरण में एक लाख या इससे अधिक की आबादी के साथ देश में 13 राज्यों के 32 शहरों को शामिल किया जाएगा। इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत 1404.68 करोड़ रुपए है, जो ‘निर्भया फंड’ से वित्त मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित की जाएगी।
इस योजना का परिचालन एक से लाख से अधिक प्रमुख शहरों में परिचालन किया जाएगा। देश भर में सुरक्षित, विश्वसनीय और आरामदायक सार्वजनिक यात्री बस सेवा सुनिश्चित करने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
इस योजना में सार्वजनिक वाहनों के मार्गों की मैपिंग का जाएगी, मार्ग पर वाहनों की ट्रैकिंग, चेतावनी के लिए बसों में बटन, दृश्य और संकेतों के माध्यम से परिवहनों के उल्लंघन पर प्रकाश डाला जाएगा। वहीं, पुलिस इस तरह से प्राप्त जानकारियों के आधार पर परिवहन के परमिट, रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस रद्द कर सकते हैं।
इस योजना के तहत महिलाओं और बालिकाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए खास सुरक्षा व्यवस्था है। सार्वजनिक परिवहन वाहनों में वीडियो रिकॉर्डिंग साक्ष्य के रूप में इस्तेमाल किए जा सकते हैं ताकि हर तरह की सुरक्षा व्यवस्था को भंग करने वाले संभावित अपराधियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके।